ज्योतिषाचार्य पंण् दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को उदयाकालीन अष्टमतिथि उच्चराशि का चंद्रमा बुधादित्य व ध्रुव योग सहित अन्य योग संयोग रहेगा। वहींए लंबे समय बाद रोहिणी नक्षत्र भगवान कृष्ण के जन्म के समय नहीं बनेगा। ज्योर्तिविद पं घनश्याल लाल स्वर्णकार ने बताया कि इस दिन तिथि वार-नक्षत्र और ग्रहों से मिलकर आठ शुभ योग पर्व की महत्ता को खास बनाएंगे। चंद्रमा उच्च राशि में अपने मित्र ग्रह मंगल के साथ एक ही राशि और नक्षत्र में मौजूद है। इससे महालक्ष्मी योग बनेगा। शुभ योग में निवेशए लेन-देन और प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री फायदेमंद रहेगी।
दिनभर दर्शनों के लिए भक्तों का रैला
गोविंददेवजीए कृष्ण बलराम मंदिर जगतपुराए इस्कॉन मंदिरए गोपीनाथ जीए राधा दामोदरए लाड़लीजीए सरस निकुंज व आनंद कृष्ण बिहारी सहित शहर के अन्य मंदिरों में तड़के से ही श्रद्धालुओं का रैला उमड़ेगा।
101 किलो दूध से होगा अभिषेक
आमेर रोड गंगापोल स्थित बांके बिहारी मंदिर में शुक्रवार सुबह गणपति पूजन के साथ भगवान बांके बिहारी का 101 किलो दूध से अभिषेक होगा। महंत पं राजेश शर्मा ने बताया कि भगवान को नवीन पोशाक धारण करवाकर झांकी सजाई जाएगी व रात्रि 12 बजे आरती होगी।