दसअसल, कई बार ऐसा होता है कि जब आप सोना बेचने जाते हैं तो दुकानदार या जूलर आपसे अपनी शर्तों के मुताबिक सोना खरीदना चाहता है। इसके अलावा कई बार वह वैस्टेज या मेल्टिंग चार्ज के रूप में काफी पैसा काट लेता है। ऐसे में आपको आपके सोने की 60-65 प्रतिशत की ही कीमत मिल पाती है। इन चीजों से अगर आप बचना चाहते हैं और सोने की सही कीमत पाना चाहते हैं तो सोना बेचने से पहले इन बातों का ध्यान जरूर रखें।
सोना बेचने से पहले इन बातों का ध्यान जरूर रखें 1. बिल रखें, जिससे खरीदा उसी को बेचें
जी हाँ, आपको पैसे की जरूरत है और आप सोना बेचने जा रहे हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें। पहले तो आप अपना सोना उसी जगह पर बेचने की कोशिश करें जहां से आपने उसे खरीदा था। अगर कहीं और बेच रहे हैं तो साथ में सोने की खरीद का बिल जरूर लेकर जाएं। बिल पर सोने की शुद्धता और कीमत के बारे में लिखा होता है, इससे जूलर को आप कम से कम डिडक्शन में अपना सोना बेच सकते हैं। आपके पास बिल न होने की स्थिति में जूलर मनमाने तरीके से सोना खरीद सकता है। तो सबसे जरूरी बात यह है कि सोने का बिल हमेशा रखें।
चूंकि ऐसी कोई मानक पद्धति नहीं होती जिससे सोने की कीमत तय की जा सके इसलिए कभी भी सोना बेचने से पहले बाजार में उसकी कीमत का पता जरूर कर लें। या फिर ऐसे प्रामाणिक जूलर के पास जाएं जिसके अलग-अलग जूलर के यहां सोने की अलग-अलग कीमत होती है। ऐसे में पहले से इस बात की जानकारी आपको सोने की ज्यादा से ज्यादा कीमत दिलाने में मदद कर सकती है।
आपके सोने की शुद्धता के बारे में आपको सही जानकारी होनी चाहिए। ज्यादातर जूलर 91.6 प्रतिशत मात्रा वाले 22 कैरेट सोने को खरीदने को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे सोने पर 915 हॉलमार्क का चिह्न लगा होता है। ऐसे में आपको किसी नजदीकी केंद्र पर जाकर अपने गहने की शुद्धता की जांच कराएं और उससे प्रमाण पत्र लें। ऐसा न होने पर जूलर सोने की शुद्धता को कम बताकर पैसे में और कटौती कर सकता है।
सोना खरीदते समय ही सावधानी बरतें कि खरीदे हुए सोने का बिल सावधानी से चेक कर लें। सोने पर हॉल मार्क का निशान देख लें। सोना वहीं से खरीदें जो दुकानदार इन सभी पैमानों पर खरा उतरता हो।अन्यथा ध्यान रखें कि आप दरअसल निवेश नहीं कर रहे, बल्कि बहुत बड़ा जोखिम ले रहे हैं।