युवा नेताओं को मिलेगा अपनी बात रखने का मौका
कार्यशाला के दूसरे दिन आज एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस और कांग्रेस सेवादल के नेताओं को सत्ता और संगठन में सुधार के लिए अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। तकरीबन चारों अग्रिम संगठनों के 20 से ज्यादा नेता को 5 से 7 मिनट अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा। इसके बाद शाम 4 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कार्यशाला को संबोधित करेंगे और मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद कार्यशाला का समापन कर दिया जाएगा। कार्यशाला में भी 600 से ज्यादा प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
कल वरिष्ठ नेताओं ने दिए थे अपने सुझाव
इधर कार्यशाला के पहले दिन बुधवार को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के संबोधन से कार्यशाला का आगाज हुआ था। उसके बाद कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने सत्ता और संगठन में सुधार को लेकर अपने सुझाव दिए। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने संगठन में निचले स्तर पर मजबूत करने के सुझाव दिए थे।
इसके अलावा कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने नौकरशाही की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए उन पर लगाम लगाने की बात कही थी तो सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार में हुए घोटालों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं होने की बात भी उठाई थी।
10 प्रमुख बिंदुओं पर हो रही है कार्यशाला में चर्चा
कांग्रेस चिंतन शिविर में लिए गए 10 प्रमुख बिंदुओं पर कार्यशाला में चर्चा हो रही है। इनमें युवाओं को सत्ता और संगठन में 50 फ़ीसदी भागीदारी देने, संगठन में मंडल और संभाग स्तर पर संगठन में बदलाव, साल 2023 के विधानसभा चुनाव और साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी क्या रणनीति अपनाएं। इन तमाम मुद्दों पर कार्यशाला में चिंतन हो रहा है।प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का भी कहना है कि चिंतन शिविर में जो फैसले लिए गए हैं उनकी शत-प्रतिशत पालना सुनिश्चित की जाएगी।