जन्माष्टमी आज, बदलेगी ट्रैफिक व्यवस्था, रूट चार्ट देखकर ही जाएं
जयपुरPublished: Sep 03, 2018 01:12:44 am
नटखट बालगोपाल, मुरलीधर का आज जन्मदिन है। अपने इष्टदेव के दर्शनों के लिए रात एक बजे से ही भक्तों की टोलियों का गोविंददेवजी मंदिर पहुंचना शुरू हो गया था। मानो हर कोई गोविंद के दर्शन कर ही जन्माष्टमी की शुरुआत करना चाहता हो। एहतियातन मंदिर में यातायात की विशेष व्यवस्था की गई है।
जन्माष्टमी आज, बदलेगी ट्रैफिक व्यवस्था, रूट चार्ट देखकर ही जाएं
जयपुर. जन्माष्टमी पर गोविंददेवजी मंदिर में भीड़ को देखते हुए यातायात की विशेष व्यवस्था रहेगी।
पुलिस उपायुक्त यातायात लवली कटियार ने बताया कि सुबह ३ बजे से इस व्यवस्था के तहत दिल्ली से आने- जाने वाली बसें ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा, गोविन्द मार्ग, नारायण सिंह तिराहा, रामबाग सर्किल, 22 गोदाम, चौमू हाउस सर्किल, गर्वमेंट हॉस्टल होकर गुजरेगी।
चांदपोल गेट, न्यू गेट, अजमेरी गेट, सांगानेरी गेट, रामगंज चौपड़ और जोरावर सिंह गेट से अंदर की तरफ आने वाले भारी वाहनों का प्रवेष निषेध रहेगा। दर्शनार्थी अपने वाहन चौगान स्टेडियम, जलेबी चौक, सब्जी मंडी जनता मार्केट में पार्क कर सकेंगे।
ग्लोब ट्रांसपोर्ट कम्पनी के बाई और दाई तरफ कोई वाहन पार्क नहीं हो सकेंगे। सार्दुल सिंह की नाल आतिश मार्केट होकर सिटी पैलेस के सामने से जलेबी चौक तक सभी वाहनों का प्रवेश निषेध रहेगा। हनुमानजी का मन्दिर, कंवरनगर की तरफ दर्शनार्थी वाहन झूलेलाल मन्दिर के पास पार्क कर सकेंगे।
ब्रह्मपुरी की तरफ से आने वाले दर्शनार्थी वाहन पोण्ड्रिक उद्यान के सामने पार्क करेंगे। मन्दिर सेवादारों के पासधारी वाहन चेलों के रास्ते से प्रवेश कर ग्लोबल ट्रांसपोर्ट कम्पनी से आगे पार्किंग स्थल पर पार्क हो सकेंगे। गणगौरी बाजार चौगान चौराहा होकर मन्दिर जाने वाले दर्शनार्थी चौगान स्टेडियम के अन्दर सडक़ पर वाहन पार्क करेंगे।
बांदरवाल गेेट से दर्शनार्थी चौपहिया वाहन पुराना कार्यालय एसपी ग्रामीण के सामने, कृषि विभाग के सामने और पुराना कार्यालय एसीबी के सामने वीआईपी पार्किग रहेगी। ई-रिक्शा का प्रवेश द्वार चार दीवारी क्षेत्र में पूर्णतया निषेध रहेगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग
जन्माष्टमी पर सोमवार को अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र के चलते इस दिन का महत्त्व और बढ़ गया है।
विद्वानों की मानें तो ऐसा संयोग ढाई दशक बाद बना है। वज्र योग भी बन रहा है। पंडित पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि अष्टमी और सोमवार के संयोग के चलते सोमवार रात 8.04 बजे से सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग शुरू होगा। यह अगले दिन सुबह 6.01 बजे तक रहेगा। पं. राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया कि कृष्ण का जन्म वृष लग्न में हुआ, सोमवार को भी वृष लग्न में जन्मेंगे। मंगल-चंद्रमा के उच्च राशि में रहने के साथ सूर्य बुद्धादि योग बन रहा है।