टोल वसूली मुद्दे को उठाने में भाजपा मुखर दिखाई दे रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी कहा है कि पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार ने टोल वसूली को ख़त्म किया था। लेकिन कांग्रेस सरकार ने टोल टैक्स वसूली को फिर से लागू किया है। सरकार ठेकेदारों को फ़ायदा पहुंचाकर जनता की जेब पर आर्थिक बोझ डालने का काम कर रही है।
टोल वसूली के मुद्दे को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी उठा रही है। पार्टी के संयोजक व लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल शुरू से ही टोल वसूली के विरोध में रहे हैं। इस बार भी वे अपने चुनावी संपर्क अभियान में टोल मुद्दे को उठा रहे हैं। बेनीवाल सम्पूर्ण प्रदेश को टोल फ्री करने के वादे के साथ वोट अपील कर रहे हैं।
चुनावी महासमर में टोल वसूली का मुद्दा उठना वैसे कोई नया नहीं है। जनता के बजट से जुड़े होने के कारण राजनीतिक दल हर चुनाव के दौरान इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाते रहे हैं। यही नहीं विधानसभा सत्र के दौरान भी सरकार ‘विरोधियों’ के निशाने पर रही है।