गुरुवार को कुछ कर्मचारी संगठनों ने सरकार को ज्ञापन दिया और कहा कि अष्टमी शुक्रवार को है, इसलिए अवकाश भी इसी दिन होना चाहिए। मामला कर्मचारियों से संबंधित था ऐसे में सामान्य प्रशासन विभाग ने इसकी फाइल तत्काल सीएमओ पहुंचाई गई। जहां से रात को मंजूरी मिली थी तत्काल आदेश जारी कर दिए गए। जबकि राधागोविंद देव जी, दामोदर जी, गोपीनाथ जी, इस्कान सहित सभी छोटे बड़े मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व शनिवार को मनाया जाएगा
बात करें पंचांग और ज्योतिष की तो दोनों ही दिन अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र का संयोग एक साथ नहीं रहेगा। 23 अगस्त को भगवान कृष्ण के जन्म के समय अष्टमी तिथि, वृष लग्न रहेगा। इस दिन मध्यरात्रि में अष्टमी तो रहेगी, लेकिन रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं रहेगा। वहीं 24 अगस्त को मध्यरात्रि में रोहिणी नक्षत्र व वृष लग्न तो रहेगा, लेकिन उस समय अष्टमी का संयोग नहीं रहेगा, क्योंकि सुबह 8 बजकर 32 मिनट बाद नवमी तिथि आरंभ हो जाएगी। वैसे आज स्मार्त कृष्ण जन्मोत्सव मना रहे हैं और वैष्णव शनिवार को जन्माष्टमी मनाएगें।
सरकारी कर्मचारियों के एक ज्ञापन पर सरकार ने अवकाश घोषित कर दिया। अध्यापकों ने इसका विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि कुछ हजार कर्मचारियों के लिए लाखों अध्यापकों और छात्रों को परेशान कर किया गया है
इनका कहना है दोनों ही दिन ऐसे योग नहीं बन रहे जिसमें भगवान श्रीकृष्ण का जन्म माना जाता है शहर के मंदिरों में शनिवार को जन्माष्टमी मनाई जा रही है इस तरह के विवादों से बचने के लिए इस बार पहले ही सभी ज्योतिष और महंत पहले ही सहमति बना चुके हैं
राजकुमार शर्मा,ज्योतिषाचार्य
सरकार में फाइले धिमी गति से चलती है। एक टेबल से दूसरी टेबल तक पहुंचने में महीनों लग जाते हैं जब मामला खुद को होतो फाइले सरपट दौड़ती है और सीएमओ से स्वीकृति के बाद रातों रात ही आदेश भी जारी हो जाते हैं।
विपिन प्रकाश शर्मा शिक्षक नेता