दरअसल, बोर्ड की ओर से रीट के करीब 16 लाख परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। ऐसी स्थिति में परीक्षा का अब काफी कम समय बचा है। बोर्ड की ओर से प्रवेश पत्र जारी करते ही वेबसाइट पर लोड बढ़ सकता है। हालात यह भी हो सकते हैं कि परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र डाउनलोड करना भी भारी पड़ सकता है।
केवल जिले बताए गए हैं परीक्षार्थियों को बता दें कि इस बार परीक्षार्थियों को परीक्षा सेंटर ना बता कर केवल जिलों का आवंटन किया गया है। लेकिन, जिले भी बहुत बड़े होते हैं। कई जिलों में तो मुख्यालय से स्कूलों की दूरी 100 किलोमीटर तक की भी हो सकती है। ऐसे में फिर स्टूडेंट्स को दर-दर भटकने को मजबूर होना पड़ेगा। बता दें कि ग्रामीण इलाकों के परीक्षार्थियों को इस स्थिति में एडमिट कार्ड डाउनलोड करने में ज्यादा समस्या हो सकती है।
परीक्षार्थी नहीं करवा पाए रिजर्वेशन राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने बताया कि अभी तक सेंटर पता नहीं होने से परीक्षार्थी परेशान हैं। बसों में भारी भीड़ होना तय है। साथ ही सेंटर का पता नहीं होने के कारण अभी तक परीक्षार्थी ट्रेन का रिजर्वेशन नहीं करवा सके हैं।
ऑटो स्केलिंग है सबसे अच्छा विकल्प पत्रिका ने जब विशेषज्ञों से इस मामले पर बात की तो उन्होंने बताया कि एक साथ जब स्टूडेंट्स एडमिट कार्ड डाउनलोड करेंगे तो वेबसाइट क्रेश होने का खतरा बढ़ेगा। ऐसे में सबसे अच्छा विकल्प ऑटो स्केलिंग है। इसमें जैसे ही सर्वर पर लोड बढ़ता है तो स्वत: ही एक नया सर्वर बना जाता है। ऐसे में वेबसाइट क्रेश होने का खतरा कम हो जाएगा।