जानकारों की माने भाजपा के शीर्ष नेताओं का मंशा है कि पायलट को भाजपा में शामिल कराकर सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाए, इसकी एक वजह ये भी है कि भाजपा का ये शीर्ष नेताओं का धड़ा पायलट के जरिए कई समीकरण साधना चाहता है।
जम्मू-कश्मीर पर पकड़
सूत्रो की माने को बीजेपी सचिन पायलट के जरिए जम्मू-कश्मीर में अपनी पैठ बनाना चाहती है, पायलट जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला के दामाद हैं और आगामी समय में वहां विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में पायलट के जरिए भाजपा फारुख अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस से गठबंधन कर चुनाव लड़ सकती है।
गुर्जर वोट बैंक पर पकड़
दरअसल सचिन पायलट को भाजपा में लाने के प्रयास के पीछे गुर्जर वोट बैंक भी एक बड़ा कारण है, राजस्थान के साथ ही दिल्ली एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुर्जर बाहुल्य जिलों में अपनी पैठ बनाना चाहती है। इसके मध्य प्रदेश में कई दो दर्जन सीट%