कोरोना का असर: night curfew से नया साल मनाने आधे ही पहुंचे सैलानी
होटलों में महज 20 फीसदी बुकिंग, होटल व्यवसायी परेशान

जयपुर। कोरोना काल में राजधानी समेत प्रदेश का पर्यटन बीते नौ महीने में पहले ही ठप हो चुका है। कोरोना संक्रमण का असर धीरे-धीरे कम होने पर भी पिछले साल की अपेक्षा नए साल से पहले पचास फीसदी सैलानी ही पहुंचे हैं। कोरोना के कारण रात्रिकालीन कफ्र्यू होने से शहर के पर्यटन उद्योग से जुड़े होटल व्यवसायी थोड़े मायूस हैं। वर्तमान समय में नए साल के जश्न को देखते हुए महज 40 फीसदी ही निजी और सरकारी होटलों में अग्रिम बुकिंग हुई है। हर साल नए साल में राजधानी घूमने और नववर्ष मनाने के लिए 5 लाख से अधिक सैलानी पहुंचते थे। इस बार यह आंकड़ा 50 फीसदी रहने की उम्मीद है।
गाइडों से किया किनारा
निजी होटल व्यवसायी पवन गोयल ने बताया कि आगामी नए साल के जश्न के लिए होटलों में सैलानियों की बुकिंग इस बार ज्यादा नहीं हुई है। हालांकि धीरे-धीरे कोरोना का असर कम हो रहा है। नए साल से पहले राजधानी में 300 से ज्यादा होटल्स में अग्रिम बुकिंग होती थी, इस बार ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। महज 20 फीसदी बुकिंग हुई है। हर बार 25 दिसंबर से बुकिंग हो जाती थी। रात्रिकालीन कफ्र्यू के चलते सरकार की सख्ती के बाद लोगों ने नया साल इन हाउस में रहकर सेलिब्रेट करने का मन बनाया है। इधर, ट्यूरिस्ट गाइड एसोसिएशन के राजकुमार खींची ने बताया कि इस बार नए साल में सबसे कम सैलानी आने से सब कुछ ठप हो गया है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में धीरे-धीरे रौनक देखने को मिल रही है। कोरोना काल में लोगों ने गाइडों से किनारा करना शुरू कर दिया है। विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जयपुर में अनलॉक के दौर में जून में 8900, जुलाई में 9300, अगस्त में 56 हजार, सितंबर में 84,800, अक्टूबर में 12,6500 और दिसंबर में अब तक 2 लाख 15 पर्यटक विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पहुंचे हैं।
यहां आ रहे ज्यादा सैलानी घूमने
जल महल से लेकर कनक घाटी और आमेर तक वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है। जन सैलाब पर्यटन स्थलों की ओर बढ़ रहा है। आमेर सैलानियों की पहली पसंद बना हुआ है। वहीं जलमहल, नाहरगढ़, जयगढ़, सिटी पैलेस, हवामहल, अल्बर्ट हॉल, जंतर-मंतर और नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क देखने बड़ी संख्या में सैलानी आ रहे हैं। खासकर गुजराती और दक्षिण भारत के पर्यटक जयपुर में इस बार ज्यादा आए हैं। बीते पांच दिन में जयपुर में अब तक विभिन्न जगहों को देखने के लिए 45 हजार के आस-पास पर्यटक पहुंच चुके हैं। 31 दिसंबर तक जयपुर के अंदर पर्यटकों की संख्या 1 लाख के पार पहुंच सकती है। जैसलमेर, जोधपुर, फलोदी, माउंट आबू, उदयपुर, सरिस्का और रणथंभौर में पर्यटकों की चहल-पहल देखने को मिल रही है।
जयपुर समेत प्रदेशभर में जनवरी के पहले सप्ताह तक पर्यटकों की रौनक की उम्मीद है। सभी जगहों पर मास्क लगाने के बाद प्रवेश दिया जा रहा है। अलग से गार्ड भी लोगों के साथ खड़े नहीं होने दे रहे हैं। कोरोना के दिशा-निर्देशों की पूरी पालना की जा रही है।
प्रकाश शर्मा, निदेशक, पुरातत्व विभाग
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