ऐसे में यात्रियों को रिजर्वेशन करवाकर यात्रा करनी पड़ रही है, जबकि पहले सामान्य टिकट पर यात्रा हो रही थी। सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्ग, महिलाएं व दैनिक यात्रियों को हो रही है। अचानक यात्रा तय होने या देरी होने पर टिकट बुकिंग कराने में उन्हें दिक्कत होती है। जयपुर मंडल की बात करे तो गत महीने टिकट चैकिंग में डेढ़ करोड़ रुपए जुर्माना वसूला है। रेलवे अधिकारियों को इसको लेकर ठोस कदम उठाने होंगे। बता दें, उत्तर पश्चिम रेलवे में लगभग 350 से ज्यादा ट्रेनों में सामान्य टिकट नहीं मिल रहे हंै।
दैनिक यात्रियों से हो रहे झगड़े, मिले राहत
ट्रेनों में यात्री व टीटीई के बीच विवाद की स्थिति भी देखने को मिल रही है। दैनिक रेलयात्री संघ एकीकृत अध्यक्ष अशोक वासदेव का कहना है कि एमएसटी की सुविधा नाममात्र की ट्रेनों में चल रही है। मेल एक्सप्रेस में बंद है। कई बार टिकट बुकिंग में देरी होने या सीट कंफर्म न होने पर विवाद हो रहे हैं। फुलेरा-जयपुर, अलवर-जयपुर के बीच ऐसे हालात हो रहे हैं।
अधिकारी बोले, मंडल से मांगे प्रस्ताव
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि भोपाल जोधपुर समेत कुछ ट्रेनों में सामान्य टिकट मिलना शुरू होंगे, जबकि अन्य ट्रेनों में भी यह राहत दी जाएगी। इसको लेकर मंडल से प्रस्ताव मांगे हैं। जल्द यात्रियों को यह राहत भी मिल सकती है।
450 से अधिक ट्रेनों को उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन में होता संचालन
100 जोड़ी से ज्यादा ट्रेनों की जयपुर जंक्शन से होती आवाजाही
25 से 30 हजार दैनिक यात्री करते सफर
70 फीसदी से अधिक ट्रेनें सुपरफास्ट/मेल/एक्सप्रेस