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कमरे जितने बॉक्स में ट्रांसफार्मर, 4 गुना ज्यादा पावरफुल, बार-बार बिजली गुल होने से मिलेगी निजात

locationजयपुरPublished: Oct 16, 2019 06:24:56 pm

Submitted by:

Ankit

ट्रांसफार्मर

कमरे जितने बॉक्स में ट्रांसफार्मर, 4 गुना ज्यादा पावरफुल, बार-बार बिजली गुल होने से मिलेगी निजात

कमरे जितने बॉक्स में ट्रांसफार्मर, 4 गुना ज्यादा पावरफुल, बार-बार बिजली गुल होने से मिलेगी निजात

जयपुर.. बिजली गुल होने और करंट जैसी बड़ी परेशानी से निजात दिलाने के लिए पैकेज सब स्टेशन (रूम ट्रांसफार्मर) अब चारदीवारी से बाहर निकल आया है। शहर के बाहरी इलाकों में ऐसे पैकेज सब स्टेशन लगाने का काम शुरू हो गया है, जिससे लोगों को खुले ट्रांसफार्मर से संभावित दुर्घटना से निजात मिल सकेगी।
एक कमरे जितने लोहे के भारी आवरण के भीतर इस ट्रांसफार्मर को लगाया गया है। इसमें एलटी, 11 केवी की लाइन एक ही जगह है। खास यह है कि सामान्य 3 ट्रांसफार्मर का लोड यह अत्याधुनिक एक ट्रांसफार्मर ही उठा लेगा। इससे विद्युत लोड बढऩे से बार-बार बिजली गुल होने, बिजली चोरी और ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत दूर हो सकेगी। हर इलाके की बिजली सप्लाई को अलग-अलग सर्किट के जरिए कंट्रोल किया सकेगा। फिलहाल सिविल लाइन्स और महेशनगर इलाके में ये लगाए जा रहे हैं। यहां नया 33 केवी सब स्टेशन जरूरी हो गया लेकिन जगह नहीं मिल पाने के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा।
यह है अंतर

सामान्य ट्रांसफार्मर की क्षमता 250 से 315 केवीए तक होती है। यानी उस इलाके में विद्युत लोड तेजी से बढ़ता है तो लगातार फॉल्ट और बिजली गुल होने की समस्या बनी रहती है। जबकि पैकेज ट्रांसफार्मर की क्षमता सामान्य से 4 गुना तक होती है। यानी 1 हजार केवीए से ज्यादा। इलाके में 100 केवीए लोड प्रतिवर्ष बढ़ता है, ऐसे में पैकेज ट्रांसफार्मर की 10 साल तक बेहतर उपयोगिता बनी रहती है।
ट्रांसफार्मर जलने से निजात
राजधानी में कई जगह ओवरलोडिंग के चलते ट्रांसफार्मर जलने की शिकायतें मिलती रही हैं। ऐसे में बिजली संकट लगातार गहराता जा रहा था। इससे निजात दिलाने के लिए बिजली के तारों को अंडरग्राउंड कर आधुनिक ट्रांसफार्मर लगाना शुरू किया गया है। इन्हें पैकेज सब-स्टेशन कहा जाता है। इसकी मदद से हर मोहल्ले की सप्लाइ को अलग-अलग सर्किट ब्रेकर के जरिए कंट्रोल किया जाएगा। अब जिन इलाकोंं में निर्धारित सप्लाइ से ज्यादा बिजली का इस्तेमाल होगा, वहां का सर्किट फेल हो जाएगा।
यह है पैकेज सब स्टेशन
यह एक लोहे का बॉक्स होता है, जिसमें एक ट्रांसफार्मर रखा होता है। इसके एक तरफ से 11 हजार किलोवाट की सप्लाइ के लिए सर्किट ब्रेकर लगा होता है। उससे एक लाइन ट्रांसफार्मर को बिजली देने और दूसरी आगे के अगले पैकेज ट्रांसफार्मर के लिए चली जाती है। दूसरी तरफ तीन से पांच मोहल्लों की आपूर्ति के लिए अलग-अलग ब्रेकर होते हैं। इन छोटे ब्रेकर से होकर अलग-अलग कॉलोनियों को बिजली सप्लाइ की जाती है।
बिजली चोरी वाले इलाकों में भी कारगर

अब तक जयपुर डिस्कॉम ट्रांसफार्मर जलने से उन इलाकोंं को तो चिन्हित कर लेता है जहां बिजली चोरी हो रही है लेकिन वहां बिजली सप्लाइ को नियंत्रित करने का तरीका उसके पास नहीं था। अब पैकेज सब स्टेशन इस समस्या से निपटने में सक्षम है। इन ट्रांसफार्मर में लगे मोल्डेड केस सर्किट ब्रेकर (एमसीसीबी) से अलग-अलग इलाकोंं की बिजली सप्लाइ को नियंत्रित किया जा सकता है।
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