बस जयपुर से संचालित की जा रही है। जबकि बस को कोटपूतली डीटीओ ने ब्लैकलिस्ट किया हुआ है। नौ माह पहले जांच के समय बस के पर्याप्त दस्तावेज भी नहीं मिले थे, जो आज तक जमा नहीं कराए। बस अवैध रूप से चल रही है। रिकॉर्ड में मोबाइल नंबर 9929170053 है। नंबर जयपुर जिले के अजीत सिंह के हैं, लेकिन मालिक अलवर जिले का है। अजीत के अनुसार उसके पास वाहन ही नहीं है।
जयपुर-दिल्ली रूट पर संचालित बस का परमिट जनवरी 2020 में सरेंडर कर दिया। फरवरी में इसे लोकपरिवहन सेवा का परमिट जारी कर दिया। बस जयपुर-दिल्ली मार्ग पर चल रही है। लोकपरिवहन भी नहीं लिखा, रंग रोडवेज का है। बस में एजेंट के नंबर 9828012215 है, जबकि मालिक भूपसिंह है। मालिक का कहना है कि शाहपुरा तक बस जाती है। फिर यात्रियों को दिल्ली की दूसरी बस में बिठाते हैं।
जयपुर से दिल्ली चल रही बस का फिटनेस रिकॉर्ड परिवहन विभाग के पास नहीं है। रिकॉर्ड के अनुसार बस की फिटनेस 23 मार्च 2019 को पूरी हो चुकी है। इसके बाद बस की फिटनेस अपडेट नहीं कराई गई। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि बस बिना फिटनेस कैसे चल रही है। बस रोडवेज के रंग में है, जो यह गलत है। इस बस के रिकॉर्ड में भी मालिक का नंबर गलत है। आरटीओ एजेंट का नाम दिया गया है।
बस के अवैध रूप से संचालित होने पर परिवहन विभाग से लेकर जयपुर आरटीओ और दिल्ली मार्ग पर कोटपूतली, शाहपुरा, शाहजहांपुर डीटीओ जिम्मेदार हैं। बसों की जांच नहीं की जा रही है। बिना दस्तावेज ही हरी झंडी दी जा रही है।