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लॉकडाउन से उभरे ही नहींं और परिवहन विभाग ने सड़क पर बढ़ा दी सख्ती

locationजयपुरPublished: Jul 04, 2020 06:15:27 pm

Submitted by:

Vijay Sharma

वाहनों से राजस्व वसूली में पीछे रहने वाले निरीक्षकों पर कार्रवाई शुरू की
विभाग के आदेश के विरोध में ही उतरे परिवहन निरीक्षक

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जयपुर। देशभर में कोरोनाकाल से अर्थिक संकट मंडरा रहा है। तीन महीने प्रदेश में सार्वजनिक सेवा सहित अन्य वाहनों का संचालन बंद रहा। अनलॉक—1 खुलने के बाद सड़क पर वाहनों ने रफ्तार पकड़ना शुरू ही किया कि परिवहन विभाग ने सख्ती शुरू कर दी। विभाग ने अपने उड़नदस्तों को ज्यादा से ज्यादा राजस्व वसूलने के लिए कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं। इससे एक ओर जहां वाहन मालिकों की जेब आर्थिक संकट में ही ढीली होने लगी है वहीं, वाहन नहीं चलने से परिवहन निरीक्षकों के सामने परेशानी खड़ी हो रही है। हाल ही पिछले पांच दिन में कार्रवाई करने से पीछे रहने वाले पांच निरीक्षकों को एपीओ कर दिया गया। वहीं, 17 निरीक्षकों को नोटिस थमा दिया गया। विभाग की इस कार्यवाही से परिवहन निरीक्षकों में रोष व्याप्त है।
उनका कहना है कि कोरोनाकाल के कारण वाहन मालिकों के पास चालान भरने तक के पैसे नहीं है। ऐसे में उन पर दवाब बनाकर चालान करना ठीक नहीं है।
गौरतलब है कि सरकार लॉकडाउन में बंद रही सार्वजनिक सेवा के वाहनों को टैक्स में छूट देने पर विचार कर रही है। निजी बसों का टैक्स तीन महीने के लिए माफ कर दिया गया है।
पांच दिन की प्रगति रिपोर्ट पर थमाए नोटिस
विभाग के उड़नदस्तों की मासिक प्रगति रिपोर्ट ली जाती है। काम से हिसाब से समीक्षा की जाती है। बीते दिनों ही पांच दिन की प्रगति रिपोर्ट के आधार पर ही प्रदेश के विभिन्न रीजन में तैनात निरीक्षकों पर कार्यवाही शुरू कर दी। अब सोमवार को परिवहन निरीक्षक संघ परिवहन आयुक्त से मिलकर इस संबंध में रोष जताएगा।
मंत्रालय ने 30 सितंबर तक मान्य कर रखे दस्तावेज
लॉकडाउन के कारण सड़क और परिवहन मंत्रालय से 30 सितंबर तक वाहनों के दस्तावेत और लाइसेंस को मान्य कर रखा है। ऐसे में वाहनों के परमिट, बीमा, आरसी सहित अन्य दस्तावेज अगर अवधिवार हो गए हैं, तो उनको 30 सितंबर वैध माना गया है।

कोरोनाकाल और डीजल महंगा होने के कारण सड़क पर वाहनों का संचालन कम हो रहा है। निरीक्षकों को नोटिस मिल रहे हैं। ऐसे में प्रदेश भर के निरीक्षकों में रोष है। परिवहन आयुक्त से इस संबंध में पक्ष रखा जाएगा।
अपून चौधरी, अध्यक्ष परिवहन निरीक्षक संघ राजस्थान
ह्मारे कई ट्रक मालिक ऐसे हैं, जिनकी किश्ते भी नहीं जमा हो पा रही है। ऐसे में परिवहन विभाग चालान बनाने का दवाब डाल रहा है। यह समय ठीक नहीं है। मानवीय हित देखते हुए थोड़ी राहत देनी चाहिए। अनिल आनंद, अध्यक्ष जयपुर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन

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