यात्रियों ने उठाए सवाल
जानकारी के मुताबिक नियमित ट्रेनों के रैक पर ही स्पेशल, पूजा और त्योहार स्पेशल दौड़ रही हैं। नियमित ट्रेनें जहां रुकती या जो उनका टाइम टेबिल था, आज भी सब कुछ वही है, बस रेल किराए में वृद्धि हुई है। उधर, यात्रियों का कहना है कि जब रेलवे स्पेशल व पूजा स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कर सकता है तो नियमित ट्रेनों का परिचालन क्यों नहीं कर सकता।
जानकारी के मुताबिक नियमित ट्रेनों के रैक पर ही स्पेशल, पूजा और त्योहार स्पेशल दौड़ रही हैं। नियमित ट्रेनें जहां रुकती या जो उनका टाइम टेबिल था, आज भी सब कुछ वही है, बस रेल किराए में वृद्धि हुई है। उधर, यात्रियों का कहना है कि जब रेलवे स्पेशल व पूजा स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कर सकता है तो नियमित ट्रेनों का परिचालन क्यों नहीं कर सकता।
लंबी दूरी की ट्रेनों को महत्व
बताया जा रहा है कि रेलवे स्पेशल के नाम पर लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन को महत्व दे रहा है। यही कारण कि अभी जयपुर से गुजरने वाली जोधपुर-इंदौर, लीलन एक्सप्रेस, अजमेर-आगरा, जयपुर-सीकर डेमू समेत कर्ई ट्रेनों को स्वीकृति नहीं मिली। इन दिनों त्योहार स्पेशल ट्रेनों में वेटिंग चल रही है। यात्रियों को अधिक किराया देने के बाद भी सीट के लिए जूझना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि रेलवे स्पेशल के नाम पर लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन को महत्व दे रहा है। यही कारण कि अभी जयपुर से गुजरने वाली जोधपुर-इंदौर, लीलन एक्सप्रेस, अजमेर-आगरा, जयपुर-सीकर डेमू समेत कर्ई ट्रेनों को स्वीकृति नहीं मिली। इन दिनों त्योहार स्पेशल ट्रेनों में वेटिंग चल रही है। यात्रियों को अधिक किराया देने के बाद भी सीट के लिए जूझना पड़ रहा है।