शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जज बेला त्रिवेदी ने छात्रों-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए विधि के क्षेत्र में हो रहे कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने ट्रायल के तरीकों को समझाया। गेस्ट ऑफ ऑनर जस्टिस एम एम श्रीवास्तव सेशन कोर्ट की कार्यप्रणाली से अवगत करवाया और विधि के क्षेत्र में आगे क्या क्या चुनौतियां हैं और उनके निवारण पर प्रकाश डाला। वहीं जस्टिस पंकज भंडारी ने विधि और ज्यूडिशरी से जुड़ी गूढ़ बातों को समझाया।
आपको बता दें, इस ट्रायल एडवोकेसी में विधि के छात्र-छात्राओं को सेशन कोर्ट के ट्रायल से अवगत कराया जाएगा, जिसमें उन्हें रेप, मर्डर या अपरहण के मामले से जुड़ा एक केस दिया गया है। इस कंपीटिशन में छात्रों को तीन स्टेज से गुज़र कर फाइनल में जीतना होगा। शनिवार को को प्रीलिमिनरी फर्स्ट राउंड हुआ। रविवार को प्रीलिमनरी सेकंड राउंड और क्वार्टर फाइनल राउंड होगा और अंतिम दिन 4 अप्रैल को सेमिफाइनल और फाइनल राउंड होगा। इससे पहले 1 अप्रैल को देश भर से आए 30 से ज्यादा विधि कॉलेजों और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के विधिक के छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया गया और उन्हें प्रतियोगिता के नियमों से अवगत करवाकर उनके प्रतिद्वंदी के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में 30 से अधिक विश्वविद्यालय से आये 500 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर वीजयू चेयरपर्सन डॉ ललित के. पवार सहित यूनिवसिर्टी के अन्य पदाधिकारी और रांका पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट पदाधिकारी मौजूद रहे।