यह है पूर मामला, मात्र पचास हजार लिए थे, पांच लाख तक जा पहुंचे
पुलिस ने बताया कि सांगानेर निवासी योगेंद्र सिंह ने मकराना निवासी भंवर लाल जाट के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। परिवादी के पिता पृथ्वी सिंह ने भवरलाल से दिसंबर 2021 में अपने बेटे की शादी के लिए 50 हजार रूपए उधार लिए थे। बेटे की शादी के बाद उसी महीने पचास हजार रुपए के 57 हजार रुपए चुका भी दिए थे। लेकिन उसके बाद सूदखोर भंवरलाल के मन में मैल आ गया और उसने पृथ्वी सिंह को परेशान करना शुरु कर दिया।
पुलिस ने बताया कि सांगानेर निवासी योगेंद्र सिंह ने मकराना निवासी भंवर लाल जाट के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। परिवादी के पिता पृथ्वी सिंह ने भवरलाल से दिसंबर 2021 में अपने बेटे की शादी के लिए 50 हजार रूपए उधार लिए थे। बेटे की शादी के बाद उसी महीने पचास हजार रुपए के 57 हजार रुपए चुका भी दिए थे। लेकिन उसके बाद सूदखोर भंवरलाल के मन में मैल आ गया और उसने पृथ्वी सिंह को परेशान करना शुरु कर दिया।
पचास हजार रुपए के पांच लाख निकाल दिए
ब्याज सहित राशि चुकाने के बाद जब पृथ्वी सिंह ने मोहनलाल से 500 रुपए के नोन जुडिशल स्टांप पेपर और अपने द्वारा दिए गए दो खाली चेक वापस मांगे तो भंवरलाल ने कुछ दिन बाद तमाम दस्तावेज व चेक लौटाने का आश्वासन दिया। इसके बाद भंवरलाल ने जनवरी 2022 में पृथ्वी सिंह को फोन कर दस्तावेज वापस लौटाने से मना करते हुए उसके द्वारा दिए गए चेक में ज्यादा राशि भर उन्हें बैंक में लगाने और चेक डिसओनर करवा कर झूठे मामले दर्ज करा जेल भिजवाने की धमकी देकर 5 लाख रुपए की मांग की। जिसके चलते पृथ्वी सिंह काफी अवसाद में रहने लगा। आरोपी ने कुछ पुलिस कर्मियों व अन्य लोगों से भी पीड़ित को फोन करवा कर धमकाना शुरू कर दिया। जिसके चलते पीड़ित ने 21 मार्च कि सुबह शिकारपुरा फाटक के पास एक पैसेंजर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
ब्याज सहित राशि चुकाने के बाद जब पृथ्वी सिंह ने मोहनलाल से 500 रुपए के नोन जुडिशल स्टांप पेपर और अपने द्वारा दिए गए दो खाली चेक वापस मांगे तो भंवरलाल ने कुछ दिन बाद तमाम दस्तावेज व चेक लौटाने का आश्वासन दिया। इसके बाद भंवरलाल ने जनवरी 2022 में पृथ्वी सिंह को फोन कर दस्तावेज वापस लौटाने से मना करते हुए उसके द्वारा दिए गए चेक में ज्यादा राशि भर उन्हें बैंक में लगाने और चेक डिसओनर करवा कर झूठे मामले दर्ज करा जेल भिजवाने की धमकी देकर 5 लाख रुपए की मांग की। जिसके चलते पृथ्वी सिंह काफी अवसाद में रहने लगा। आरोपी ने कुछ पुलिस कर्मियों व अन्य लोगों से भी पीड़ित को फोन करवा कर धमकाना शुरू कर दिया। जिसके चलते पीड़ित ने 21 मार्च कि सुबह शिकारपुरा फाटक के पास एक पैसेंजर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
रेलवे ट्रेक से बेटे को फोन किया, बेटा तुम अब घर संभालाना, मैं जा रहा हूं....
आत्महत्या करने से पहले पीड़ित ने अपने बेटे को फोन किया और यह कहा कि तुम परिवार का ध्यान रखना। लोग मुझे जीने नहीं देंगे अब। इसलिए मैं आत्महत्या कर रहा हूं। फोन पर बेटे को यह कहने के बाद पीड़ित ट्रेन के आगे कूद गया और कुछ देर बाद पीड़ित के फोन से ही ट्रेन के ड्राइवर ने योगेंद्र को फोन कर उसके पिता द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी दी। इस घटनाक्रम के बाद से ही जोगेंद्र भंवरलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने के चक्कर काटता रहा लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की।
आत्महत्या करने से पहले पीड़ित ने अपने बेटे को फोन किया और यह कहा कि तुम परिवार का ध्यान रखना। लोग मुझे जीने नहीं देंगे अब। इसलिए मैं आत्महत्या कर रहा हूं। फोन पर बेटे को यह कहने के बाद पीड़ित ट्रेन के आगे कूद गया और कुछ देर बाद पीड़ित के फोन से ही ट्रेन के ड्राइवर ने योगेंद्र को फोन कर उसके पिता द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी दी। इस घटनाक्रम के बाद से ही जोगेंद्र भंवरलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने के चक्कर काटता रहा लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की।