आज सुबह राजधानी के बाहरी इलाकों में ट्रक हड़ताल का आंशिक असर नजर आया वहीं ट्रक आॅपरेटर्स संगठनों ने सुबह देरतक पूरी तरह चक्काजाम होने की बात कही है। प्रस्तावित हड़ताल को लेकर बीते गुरूवार से ही प्रदेश के ट्रक आपरेटर्स ने माल की बुकिंग बंद कर दी है। वहीं आज सुबह से चक्काजाम शुरू होते ही माल ढुलाई का काम भी ठप हो गया। सुबह छह बजे से जो ट्रक जहां थे वहीं खड़े हो गए। हड़ताल में देशभर से करीब 92 लाख ट्रक, राज्य के 4 लाख 68 हजार ट्रक व एक लाख 67 हजार ट्रोलों के पहिए थम गए हैं।
प्रमुख मांगें
पेट्रोल—डीजल को जीएसटी में शामिल करना,थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की बढ़ी दरें वापस लेना,टेरिफ संशोधन कमेटी गठित करने व उसमें मोटर कांग्रेस के प्रतिनिधियों को शामिल करना,सालाना टोल परमिट जारी करना,टीडीएस खत्म करना व आयकर से ट्रक आॅपरेटरों को राहत देना प्रमुख है। मांगे नहीं मानने पर देशभर के ट्रक आॅपरेटर्स ने अनिश्चिकालीन चक्काजाम जारी रखने की घोषणा की है वहीं ट्रक हड़ताल से देशभर में करीब 5000 करोड़ का कारोबार प्रभावित होना तय है।
पेट्रोल—डीजल को जीएसटी में शामिल करना,थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की बढ़ी दरें वापस लेना,टेरिफ संशोधन कमेटी गठित करने व उसमें मोटर कांग्रेस के प्रतिनिधियों को शामिल करना,सालाना टोल परमिट जारी करना,टीडीएस खत्म करना व आयकर से ट्रक आॅपरेटरों को राहत देना प्रमुख है। मांगे नहीं मानने पर देशभर के ट्रक आॅपरेटर्स ने अनिश्चिकालीन चक्काजाम जारी रखने की घोषणा की है वहीं ट्रक हड़ताल से देशभर में करीब 5000 करोड़ का कारोबार प्रभावित होना तय है।
बढ़ सकती है महंगाई ट्रकों आपरेटरों की हड़ताल से आमजन के काम आने वाली रोजमर्रा की वस्तुएं महंगी होने की पूरी संभावना है। फल—सब्जी व अन्य सामान की ढुलाई ठप होने से बाजार में इन वस्तुओं के दामों में तेजी आएगी। इसका परिणाम आमजनक को भुगतना होगा।