शोधार्थी आशा मोनिका ने शोध की जानकारी देते हुए बताया किया कि वह तमिलनाडु में ही उगाए गए तुलसी के पौधों से अणु एकत्र करके उनका और विश्लेषण कर रही हैं। कई बार यही अणु कई अन्य जगहों से लेने पर परिणाम और भी बेहतर देते हैं। आशा है कि इससे कैंसर की सस्ती दवा उत्पादन में मदद मिलेगी।
राजस्थान में सबसे ज्यादा ओरल कैंसर राजस्थान में कैंसर तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इनमें सबसे ज्यादा करीब 50% मरीज ओरल कैंसर (मुंह, गले और खाने की नली), लंग्स, ब्रेस्ट और बच्चेदानी के कैंसर से जुड़े मामले होते हैं। कैंसर की चपेट में आने वालों में पुरुषों से ज्यादा महिला मरीज हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक स्तन कैंसर अब सबसे सामानय कैंसर बन गया है। यह महिला और पुरूषों दोनों में ही हो रहा है। 20 साल पहले तक फेफड़े का कैंसर सबसे आम था, लेकिन अब यह दूसरे पायदान पर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के कैंसर एक्सपर्ट आन्द्रे इलबावी कहते हैं 2020 में स्तन कैंसर के दुनिया में 23 लाख मामले सामने आए जो कुल मामलों का 12 फीसदी है। सबसे ज्यादा महिलाओं में स्तन कैंसर पाया जा रहा है। तीसरे पायदान पर कोलोरेक्टल कैंसर है