हॉस्पिटल के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अंकित पारीक ने कहा कि यह आधुनिक तकनीक है। हम जयपुर और राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं के उच्च मानकों को बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं। डॉ. गार्डनर और डॉ. पटेल ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि टक्सप्लास्टी सर्जरी, जो राजस्थान में पहली बार की जा रही है। पारंपरिक नी रिप्लेसमेंट की तुलना में बेहतर है। इस प्रक्रिया में विटामिन-ई युक्त पॉलिएथलीन का इस्तेमाल दीर्घकालिक परिणाम देता है और घिसाव की दर को कम करता है।
इस एडवांस टेक्नोलॉजी के माध्यम से मरीज का इलाज आसानी से होता है। मरीज की रिकवरी बेहद कम समय में होती है और करीब 15 साल तक जोड़ प्रत्यारोपण की आवश्यकता नहीं पड़ती है।