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सोनोग्राफी में दिखे जुड़वां बच्चे, प्रसूता को थमाया एक, अब डॉक्टर बता रहे रीढ़ की हड्डी का दुर्लभ विकार

locationजयपुरPublished: Jul 17, 2019 05:45:40 pm

Submitted by:

dinesh

Twins Baby Case in Jaipur : राजधानी के चांदपोल स्थित जनाना अस्पताल ( Janana Hospital ) में तीन दिन पहले प्रसूता को जुड़वां ( Twins Baby ) के बजाय एक ही बच्चा थमाए जाने पर बड़े विवाद के मामले में गठित जांच कमेटी ने अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ को क्लीन चिट दे दी है…

minor girl moves HC for permission to terminate pregnancy

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जयपुर। राजधानी के चांदपोल स्थित जनाना अस्पताल ( janana Hospital ) में तीन दिन पहले प्रसूता को जुड़वां ( Twins Baby ) के बजाय एक ही बच्चा थमाए जाने पर बड़े विवाद के मामले में गठित जांच कमेटी ने अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ को क्लीन चिट दे दी है।
कमेटी ने माना है कि प्रसूता के गर्भ में जुड़वा बच्चे नहीं थे, यह एक रीढ़ की हड्डी का दुर्लभ विकार है, जिसमें सोनोग्राफी में जुडवां बच्चों की तरह दिखाई दे सकता है। सोमवार को सुबह 10 बजे जांच कमेटी बनाए जाने के बाद कमेटी ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट अस्पताल प्रशासन को सौंप दी, इसके बाद रिपोर्ट को एसएमएस मेडिकल कॉलेज ( sms medical collage ) प्रशासन को भेज दिया गया। तीन दिन पहले अस्पताल में पीडि़त रमा देवी के साथ कुछ स्वयंसेवी संगठनों ने भी प्रदर्शन किया था।
पीडि़ता का आरोप- एफआइआर के बजाए परिवाद किया दर्ज
मामले में प्रसूता रमा देवी ने मंगलवार को पुलिस कमिश्नर को पूरे मामले से अवगत कराते हुए आरोप लगाया कि उसकी सिंधी कैंप थाने में भी एफआईआर दर्ज कराने के बजाय परिवाद दर्ज किया, जिससे यह लगता है कि इस मामले में स्थानीय पुलिस और अस्पताल प्रशासन की मिलीभगत है। प्रसव के बाद जब उसे एक ही शिशु दिया गया तो अस्पताल में उससे कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए गए।
‘जर्नल भी दिखाया, यह है मिरर आर्टिफेक्ट’
जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद अस्पताल अधीक्षक डॉ. लता राजोरिया ने कहा कि कमेटी ने पूरी पड़ताल के बाद रिपोर्ट दी है। इसके लिए जर्नल भी दिखवाया गया है, जिसमें यह रीढ़ की हड्डी का दुर्लभ विकार है। ऐसी स्थिति में सोनोग्राफी में कभी कभी जुड़वा बच्चों जैसा नजर आता है, जबकि ऐसा होता नहीं है। इसे मिरर आर्टिफैक्ट कहते हैं। जिसमें शीशे की तरह नजर आता है।
दो दिन बाद कमेटी बनाई, एक दिन में सौंप दी रिपोर्ट
शनिवार को सामने आए इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने दो दिन बाद सोमवार को जांच कमेटी गठित की थी। शनिवार और रविवार को अवकाश के नाम पर कमेटी नहीं बनाई गई थी। सोमवार को कमेटी बनाई गई और कमेटी ने एक दिन में रिपोर्ट भी सौंप दी। कमेट में एक स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, एक रेडियोडायग्नोसिस और एक ऐनेस्थीसिया विशेषज्ञ को शामिल किया गया था।
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