अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन ने बताया कि पीसीपीएनडीटी दल फर्जी भ्रूण ***** जांच के नेटवर्क को तोडऩे के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। मुखबिर के माध्यम से गर्भवती महिलाओं की अचरोल में भ्रूण ***** जांच कर ठगी करने एवं अवैध गर्भपात करने की सूचना मिल रही थी। सूचना पुख्ता करने के बाद डिकाय दल तैयार किया गया।
जैन ने बताया कि दल ने दलाल हरीश से भ्रूण ***** जांच के संबंध में बात की। हरीश ने 30 हजार रुपये में भ्रूण ***** जांच कराने की बात कही। दलाल ने मंगलवार को दिल्ली रोड स्थित अचरोल में एक सरकारी स्कूल के पास बुलाया। वहां पहले से खड़ी एक गाड़ी में उसने डिकाय गर्भवती को शिफ्ट कर एक लेपटाप एवं थम्ब इम्प्रेशन मशीन से फर्जी तरीके से जांच का बहाना कर मनगढंत रूप से भ्रूण ***** के बारे में जानकारी दी। इशारा मिलते ही दल ने दलाल हरीश एवं मुकेश सैनी को गिरफ्तार करते हुये डिकाय राशि के हू-ब-हू नोट भी बरामद कर लिये हैं।
मिशन निदेशक ने बताया कि कुछ बेरोजगार, मेडिकल क्षेत्र से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े एवं अन्य प्रोफेशन से जुड़े लोग पैसों के लालच में दलालों के माध्यम से फर्जी तरीके से भ्रूण ***** जांच कराने का नेटवर्क बनाकर गर्भवती और परिवार को वेबकूफ बनाकर ठगी करते हैं।
उन्होंने बताया कि समाज में बेटे को प्राथमिकता की संकीर्ण और घृणित सोच ही इस व्यापार का सबसे मजबूत आधार है। अनेकों बार यह भी देखने को मिलता है कि भ्रूण ***** जांच की ठगी करते हुये भ्रूण को गिरा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बेटियां अनमोल हैं एवं इसको समझने के साथ ही समाज में इस संदेश को प्रसारित करने पर बल दिया।