उच्च न्यायालय के आदेश हैं कि 18 अप्रेल से पहले निकाय चुनाव करा दिए जाएं। ऐसे में निगम प्रशासन के पास सभी कुछ व्यवस्थित करने के लिए अब समय ही नहीं बचा है।
शहर में करीब आठ हजार सफाईकर्मी हैं। बीते पांच दिन से सफाईकर्मियों से आवेदन भरवाए जा रहे हैं कि वे किस नगर निगम में रहना पसंद करेंगे। हालांकि अब जो आवेदन आए हैं, उनमें 70 फीसदी सफाईर्किमयों ने ग्रेटर नगर निगम में काम करने की इच्छा जाहिर की है। हालांकि निगम अधिकारियों का कहना है कि यदि इस तरह से व्यवस्था नहीं बनती है तो फिर तबादले कर व्यवस्था को बनाएंगे। वहीं, बीते दिनों विधायक अमीन कागजी ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हैरिटेज नगर निगम के लिए सफाईकर्मियों की भर्ती के लिए पत्र लिखा है।
नगर निगम इंजीनियरिंग शाखा के अधिकारियों की मानें तो हैरिटेज नगर निगम की इमारत के सौंदर्यकरण में कम से कम छह माह का समय लगेगा। ऐसे में नए महापौर और उनके पार्षद ग्रेटर नगर निगम के कार्यालय में ही बैठेंगे।
बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने के बाद दो नगर निगम अस्तित्व में आ गए, लेकिन अब तक ग्रेटर नगर निगम आयुक्त के पास ही हैरिटेज नगर निगम की अतिरिक्त जिम्मेदारी है। बढ़ेंगे जोन
बीते दिनों नगर निगम प्रशासन की ओर सरकार को जोन बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अब तक नगरीय विकास विभाग ने इस प्रस्ताव पर मोहर नहीं लगाई है। नए प्रस्ताव के अनुसार ग्रेटर में सात और हैरिटेज में चार जोन होंगे।
हैरिटेज नगर निगम की विशेषाधिकारी मोनिका सोनी को हाल ही में हैरिटेज नगर निगम की जिम्मेदारी दी है। पिछले एक सप्ताह से वे पुराने पुलिस मुख्यालय (अब हैरिटेज नगर निगम कार्यालय) को संवारने में लगी हैं। उन्होंने बताया कि अगले एक माह में काफी कुछ बदलाव देखने को मिलेगा। मुख्य इमारत के सामने बने पार्क को बेहतर बनाया जाएगा। बीच में एक हैरिटेज लुक में मूॢत लगाकर स्टेच्यू सर्कल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।
गैराज शाखा में पहले से ही संसाधानों की कमी है। ऐसे में संसाधनों का बंटवारा करना आसान काम नहीं होगा। हालांकि निगम अधिकारियों का कहना है कि संसाधनों को बढ़ाया जाएगा। पिछले कुछ माह में संसाधनों में इजाफा भी किया गया है।