घायलों को अस्पताल ले जाते समय चेतनराम की मृत्यु हो गई। वहीं मूलाराम को मथुरादास माथुर अस्पताल रैफर किया गया है। हादसे के बाद नाराज ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर रोष प्रकट किया। गुस्साए लोगों ने खेजड़ली चौराहा को बंद करवा कर जल्द कार्रवाई की मांग की। इस दौरान समझाइश करवाने पहुंची पुलिस पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने पुलिस के वाहन पर पत्थर फेंके। पुलिस को आसपास के घरों में शरण लेकर अपनी सुरक्षा करनी पड़ी। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद शहर व ग्रामीण इलाकों में धड़ल्ले से बजरी के अवैध सप्लाई की जा रही है। खुले में घूम रहे इन अवैध बजरी के डम्पर आए दिन हादसों का सबब बनने लगे हैं।
उधर, अजमेर जिले के पीसांगन के मेवाड़िया रोड पर दो बाइकों में हुई आमने सामने की जोरदार टक्कर में दोनों बाइकों के चालकों सहित चार जने गंभीर रूप से चोटिल हो गए। जिन्हें उपचार हेतु 108 से CHC लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में चारों घायलों को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय अजमेर रेफर कर दिया गया। हादसे की जानकारी मिलते ही हैड कांस्टेबल अहमद काठात मय जाप्ता CHC पहुंचे एवं मामले की जांच आरंभ की।
पुलिस पीड़ितों के अनुसार पाली जिले के सेवरिया गांव निवासी नरपतसिंह उसके साथी फतेहपुरा निवासी नाथूलाल लुहार के साथ बाइक पर सवार होकर पीसांगन से सेवरिया जा रहे थे। वहीं राईकों की ढाणी मेवाड़िया निवासी रामा देवासी पिचौलिया निवासी मूलचंद के साथ मेवाड़िया से पीसांगन की ओर आ रहे थे। तभी पीसांगन से करीब एक किलोमीटर दूर मेवाड़िया रोड पर दोनों बाइकों के आमने सामने जोरदार टक्कर हुई। जिससे चारों जने चोटिल हो गए।
पहले आप पहले आप
CHC में गंभीर रूप से घायल चारों घायलों को रेफर करते वक्त पहले आप पहले आप वाली स्थिति बन गई और पहले 2 घायलों को व इसके करीब एक घंटे बाद 2 और घायलों को अजमेर रेफर किया गया। इस दौरान नरपतसिंह व नाथूलाल को पहले रेफर कर देने पर दोनों घायलों को 108 अजमेर के लिए लेकर रवाना हो गई। वहीं इन दोनों को रेफर करने के बाद चिकित्सकों ने थोड़ी देर बाद रामा व मूलचंद को भी रेफर कर दिया। परंतु इस दौरान मांगलियावास से आई 108 सेवा से जब इन्हें अजमेर के लिए रेफर किया तब तक करीब एक घंटे भर का समय गुजर गया।