scriptकोरोना इफेक्ट: कर्नाटक से 70 बसों में दो हजार लोगों को प्रतापगढ़ छोड़ा | Two thousand people left Pratapgarh in 70 buses from Karnataka | Patrika News

कोरोना इफेक्ट: कर्नाटक से 70 बसों में दो हजार लोगों को प्रतापगढ़ छोड़ा

locationजयपुरPublished: Mar 31, 2020 12:01:33 am

– इनमें राज्य के 25 जिलों के लोग, प्रशासन ने भोजना कराया, स्वास्थ्य जांच करवा बसों से भेजा संबंधित जिलों में

कोरोना इफेक्ट: कर्नाटक से 70 बसों में दो हजार लोगों को प्रतापगढ़ छोड़ा

कोरोना इफेक्ट: कर्नाटक से 70 बसों में दो हजार लोगों को प्रतापगढ़ छोड़ा

मोखमपुरा (प्रतापगढ़). कोरोना लॉकडाउन के तहत सोमवार को कर्नाटक सरकार ने वहां रह रहे राजस्थान के करीब दो हजार लोगों को 70 बसों में भरकर यहां प्रतापगढ़ जिले से सटी मध्यप्रदेश सीमा पर छोड़ दिया। इसकी जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों की स्वास्थ्य जांच करवाई। खाना खिलाने के बाद वहां से आए लोगों की जिलेवार छंटनी कर रोडवेज की 65 बसों से संबंधित जिलों में भिजवाया गया। इनमें राजस्थान के 25 जिलों के लोग थे। भीलवाड़ा जिले के 432 लोग भी थे। भीलवाड़ा प्रशासन ने वहां के हालात के मद्देनजर उन्हें लेने से इनकार कर दिया। ऐसे में उन्हें प्रतापगढ़ के टीमरवा जनजाति बालिका छात्रावास में होम आइसोलेशन में रखा गया है। लॉकडाउन के चलते कर्नाटक में कई मजदूर फंस गए। वहां की सरकार ने सबको बीजापुर में एकत्र कर करीब 70 बसों में पांच दिन पहले राजस्थान के लिए रवाना किया। इस काफिले का नेतृत्व वहां के डिप्टी एसपी ने किया। यह काफिल गूगल मैप की सहायता से मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा पर मंदसौर पहुंचा। यहां से रविवार रात बसों का आना शुरू हो गया, जो हथुनिया थाना क्षेत्र की राजपुरिया चौकी पर आकर ठहर गया। यहां पुलिस ने उन्हें रोककर जिला प्रशासन को सूचना दी। सूचना पर सोमवार सुबह प्रतापगढ़ जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल, पुलिस अधीक्षक पूजा अवाना, अतिरिक्त जिला कलक्टर गोपाल स्वर्णकार और चिकित्सा विभाग का अमला वहां पहुंचा। राजपुरिया नाके पर जगह कम होने के कारण बसों को वरमंडल हवाई पट्टी ले जाया गया। यहां सभी लोगों की स्क्रीनिंग की गई। सभी को भोजन कराने के बाद रोडवेज बसों से संबंधित जिलों के लिए रवाना किया गया।
भीलवाड़ा के 432 मजदूरों को प्रतापगढ़ में रोका

कर्नाटक से आए इन लोगों में बाड़मेर, जैसलमेर जालौर भीलवाड़ा सहित करीब 25 जिलों के लोग थे। इनमें से अधिकांश लोग वहां फैक्ट्रियो में मजदूर थे, तो कोई आइसक्रीम का ठेला लगाता था। लोगो ने पत्रिका को बताया कि वहां की फैक्ट्रियों के मालिकों ने उन्हें अब तक का वेतन देकर घर लौटने को कहा। इन मजूदरों में भीलवाड़ा जिले के 432 हैं। इनमें बड़ी संख्या में महिला व बच्चे भी शामिल है। भीलवाड़ा प्रशासन को सूचना देने पर वहां की हालत को देखते हुए इनको लेने से इनकार करते हुए हालात नियंत्रण में होने तक प्रतापगढ़ में ही होम आइसोलेशन में रखने का आग्रह किया। इस पर जिला प्रशासन ने भीलवाड़ा जिले के मजदूरों और उनके परिवारों को जनजाति आश्रम बालिका छात्रावास के होम आइसोलेशन सेंटर में ठहराया।
हरियाणा की तीन बसें भी पहुंची

यहां पहुंची बसों में तीन बसों में हरियाणा के लोग भी आए थे। इन सभी को भी यहां उतारा गया। इनके लिए भी खाने-पीने की व्यवस्था की गई। इनको भी हरियाणा भेजने की व्यवस्था की गई।
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