चार दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले थे पुलिस ने दरअसल, पुलिस की सारी जांच सीसीटीवी फुटेज मिलने पर टिकी थी, लेकिन पुलिस को बदमाशों का हुलिया व भागने की दिशा नहीं मिलने के कारण बदमाश चौदह माह बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। अब तक करीब तीन थानाधिकारी, दो एसीपी व एक डीसीपी बदले जा चुके हैं। वारदात के बाद पुलिस को सुराग नहीं मिलने के कारण पुलिस शुरुआत में सुस्त दिखाई दे रही थी, बाद में फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक मार्गों पर लगे करीब चार दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले थे।
बीते साल 20 जुलाई को हुई थी वारदात गौरतलब है कि 20 जुलाई 17 को राजापार्क स्थित यूको बैंक में सुबह नौ बजे दो नकाबपोश बदमाशों ने महिला कर्मचारी की कनपटी पर बंदूक तान दी थी। इसके बाद उससे वहां से पंद्रह लाख रुपए से भरा बैग ले लिया और कर्मचारियों को एक कमरे में बंद कर बाहर से कुंदी लगा दी थी। इसके बाद बदमाश सफाई कर्मचारी की बाइक लेकर भाग निकले थे। पुलिस को बाइक घटनास्थल से कुछ दूर लावारिस हालत में मिल गई थी।
अफसरोंं ने माना, मामला शुरुआती स्तर पर ही अटका इस संबंध में पूर्व जिले के एडिशनल डीसीपी हनुमान प्रसाद का कहना है कि मामला शुरुआती स्तर पर ही अटका हुआ है। घटनास्थल व उसके आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, लेकिन लुटेरों के बारे में कोई भी खास जानकारी नहीं मिल पाई। घटना के दिन बैंक व उसके आस-पास सक्रिय मोबाइल की भी जानकारी जुटाई गई थी, लेकिन लगता है कि बदमाश बिना मोबाइल के ही आए थे।