पुलिस सूत्रों के अनुसार, मौलाना ने नुपूर शर्मा के एक बयान देने के मामले में किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान 3 जून को बूंदी जिला कलक्ट्रेट में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में भड़काऊ भाषण दिया था। बाद में वायरल हुए वीडियो के आधार पर कोतवाली पुलिस ने सहायक उप निरीक्षक की रिपोर्ट पर मौलाना मुफ्ती नदीम अख्तर और नूर मोहम्मद कादरी सहित 100-150 अन्य जनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। मौलाना ने अपने भड़काऊ भाषण में लोगों को देेख लेने, हाथ काटने, आंखें निकाल लेने तक की धमकियां दी थी।
पुलिस ने आरोपी मौलाना को मीरा गेट मस्जिद से नमाज के बाद लौटते समय गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विरोध किया। बाद में पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर कोतवाली थाने लेकर आ गई। पुलिस ने उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय में पेश किया।
बूंदी जिला कलक्ट्रेट में 3 जून को मुस्लिम समुदाय ने नूपुर शर्मा के विवादित बयान देने के विरोध में जुलूस निकालकर आक्रोश व्यक्त किया था। तब मौलाना ने भड़काऊ भाषण दिया था, जिसका वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था।
भड़काऊ भाषण देने के मामले में दो आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
किशोरीलाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बूंदी