गौरतलब है कि बस स्टेंड पर बेतरतीब तरीके से बसों की आवाजाही के कारण यहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। इस वजह से जेडीए हाइपावर कमेटी की बैठक में भी इसे हटाने का फैसला किया गया था। हालांकि इस निर्णय से बस स्टेंड से आने-जाने वाले लाेगाें काे खासी परेशानी हाेती। कर्इ लाेगाें ने राेडवेज में इस संबंध में विराेध भी दर्ज करवाया, जिसके चलते बस स्टेंड की शिफि्टंग रुक गर्इं। इस बस स्टेंड से राेजाना हजाराें की संख्या में लाेग आते-जाते हैं। पूर्व मुख्य सचिव ओ.पी. मीणा ने बस स्टेंड को शिफ्ट करने के लिए रोडवेज को आदेश दिए थे। इसके बाद रोडवेज ने इस दिशा में काम भी शुरू किया। लेकिन हजारों की संख्या में यहां से लोग दिल्ली, आगरा की तरफ जाते हैं। अगर बस स्टेंड बंद होता है तो उन्हें सिंधी कैंप या फिर ट्रांसपोर्ट नगर से बस पकडऩी होगी। इसके चलते रोडवेज ने शिफ्टिंग में असमर्थता जाहिर की।
गुमटियों को किया जाएगा शिफ्ट
धारीवाल ने एसएमएस अस्पताल व उसके आसपास के क्षेत्र का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने शनि मंदिर और आसपास की गुमटियों को देखा। उन्होंने मेडिकल गल्र्स हॉस्टल व नर्सिंग क्वाटर्स जहां बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया जाना है, उसके बेसमेंट में सभी गुमटियों को शिफ्ट किया जाएगा। धारीवाल ने प्रस्तावित योजना का भी जायजा लिया।