गैस कनेक्शन जारी करने को लेकर प्रदेश में अभियान भी शुरू हो गया है। अब तो राजस्व शिविरों में भी कनेक्शन बांटे जा रहे हैं। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसमें और तेजी लाई गई है। उज्जवला योजना का भी दायरा बढ़ाया गया है। वैसे भी पिछले डेढ़ साल में केरोसिन का आवंटन घटकर एक चौथाई से भी कम रह गया है।
26 हजार दुकानें, अब हो सकती कम
प्रदेश में करीब 26 हजार राशन दुकानें हैं। इनमें अब 2 हजार से अधिक खाली चल रही हैं। पहले राशन दुकान डीलर के गड़बड़ी करने पर निरस्त करने से या फिर डीलर की मृत्यु होने पर ही रिक्त होती थी। लेकिन इन दुकानों के पुन: आवंटन को लेकर परिवार के लोग ही जद्दोजहद में जुट जाते थे। लेकिन अब इन दुकानों से खाद्य व अन्य सामग्री के कम करने से मोहभंग हो रहा है।
प्रदेश में करीब 26 हजार राशन दुकानें हैं। इनमें अब 2 हजार से अधिक खाली चल रही हैं। पहले राशन दुकान डीलर के गड़बड़ी करने पर निरस्त करने से या फिर डीलर की मृत्यु होने पर ही रिक्त होती थी। लेकिन इन दुकानों के पुन: आवंटन को लेकर परिवार के लोग ही जद्दोजहद में जुट जाते थे। लेकिन अब इन दुकानों से खाद्य व अन्य सामग्री के कम करने से मोहभंग हो रहा है।
अब सिर्फ 8.5 हजार किलोलीटर तेल
प्रदेश में डेढ़ साल पहले तक करीब 42 हजार किलो लीटर केरोसिन उपलब्ध कराया जाता था। उज्ज्वला योजना में 27 लाख से अधिक गैस कनेक्शन देने से केरोसिन की मांग घटने लगी। अभी प्रदेश में मात्र 8.5 हजार किलोलीटर केरोसिन की ही आपूर्ति हो रही थी। सरकार का दावा है कि सभी वर्गों को गैस कनेक्शन जारी करने के बाद केरोसिन की जरूरत नहीं रहेगी। इसलिए जल्द ही केरोसिन की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी।
प्रदेश में डेढ़ साल पहले तक करीब 42 हजार किलो लीटर केरोसिन उपलब्ध कराया जाता था। उज्ज्वला योजना में 27 लाख से अधिक गैस कनेक्शन देने से केरोसिन की मांग घटने लगी। अभी प्रदेश में मात्र 8.5 हजार किलोलीटर केरोसिन की ही आपूर्ति हो रही थी। सरकार का दावा है कि सभी वर्गों को गैस कनेक्शन जारी करने के बाद केरोसिन की जरूरत नहीं रहेगी। इसलिए जल्द ही केरोसिन की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी।
रह जाएगा सिर्फ गरीब का गेहूं
राशन दुकानों पर एक-दो साल में सिर्फ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत मिलने वाला गेहूं ही रह जाएगा। ऐसे में राशन डीलरों ने प्रत्येक दुकान पर 100 क्विंटल गेहूं का कोटा वितरण के लिए दिए जाने का लक्ष्य रखा है। आय कम होने से दुकानों से डीलरों के हो रहे मोहभंग को देखते हुए गेहूं पर प्रति क्विटंल कमीशन बढ़ाया गया है।
राशन दुकानों पर एक-दो साल में सिर्फ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत मिलने वाला गेहूं ही रह जाएगा। ऐसे में राशन डीलरों ने प्रत्येक दुकान पर 100 क्विंटल गेहूं का कोटा वितरण के लिए दिए जाने का लक्ष्य रखा है। आय कम होने से दुकानों से डीलरों के हो रहे मोहभंग को देखते हुए गेहूं पर प्रति क्विटंल कमीशन बढ़ाया गया है।
तीन माह में केरोसिन अलॉटमेंट और वितरण
माह – आवंटन – वितरण
जनवरी – 13620 -7302
फरवरी – 13260 – 8723
मार्च – 12396 – 9681
अप्रेल – 8560 -…..
(मात्रा किलो लीटर में…) पोश मशीन ने तोड़ा कालाबाजारी चक्र
राशन दुकानों पर पोश मशीन व्यवस्था लागू कर अंगूठा स्केन कर ही राशन दिए जाने से गेहूं, केरोसिन सहित सभी सामान की कालाबाजारी थम गई है। पहले जो भी सामान आवंटन होता था, उसे कुछ दिन वितरण के बाद बाजार में बेचे जाने की शिकायतें मिलती थी। लेकिन अब वितरण के बाद बचे तेल व सामान को आगामी माह में बचत में दिखाना होता है। इससे डीलर को सिर्फ कमीशन ही मिल रहा है।
माह – आवंटन – वितरण
जनवरी – 13620 -7302
फरवरी – 13260 – 8723
मार्च – 12396 – 9681
अप्रेल – 8560 -…..
(मात्रा किलो लीटर में…) पोश मशीन ने तोड़ा कालाबाजारी चक्र
राशन दुकानों पर पोश मशीन व्यवस्था लागू कर अंगूठा स्केन कर ही राशन दिए जाने से गेहूं, केरोसिन सहित सभी सामान की कालाबाजारी थम गई है। पहले जो भी सामान आवंटन होता था, उसे कुछ दिन वितरण के बाद बाजार में बेचे जाने की शिकायतें मिलती थी। लेकिन अब वितरण के बाद बचे तेल व सामान को आगामी माह में बचत में दिखाना होता है। इससे डीलर को सिर्फ कमीशन ही मिल रहा है।
– राशन दुकानों से केरोसिन खत्म कर सरकार का फोकस गैस कनेक्शन पर है। केरोसिन बंद होने से डीलर की आय कम होगी। इसके लिए रिक्त दुकानों को दूसरी दुकानों में अटैच कर गेहूं का कोटा बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार को दिया है।
– सरताज अहमद, अध्यक्ष, राजस्थान राज्य अधिकृत राशन विक्रेता नियोजक संघ
– सरताज अहमद, अध्यक्ष, राजस्थान राज्य अधिकृत राशन विक्रेता नियोजक संघ