मेव पंचायत के सदस्यों का कहना है कि अगर पुलिस इस मामले में जल्द गिरफ्तारियां नहीं करती है और गौ रक्षकों पर प्रतिबंध नहीं लगाती है तो मेव समाज के लोगों की ओर से पूरे मेवात और आसपास के क्षेत्र में हर खूंटा से गाय खोलो अभियान चलाया जाएगा।
उधर पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को अरेस्ट किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है, जो हथियार उनके पास से मिले हैं उनके बारे में भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि हथियार अवैध हो सकते हैं। पहाड़ी गांव और आसपास के क्षेत्र में सादा वर्दी में पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं।
मामले में अभी चार से पांच लोग अब भी फरार चल रहे हैं। वहीं मृतक, घायल व्यक्ति एवं वाहन चालक पर भी गो तस्करी व आपराधिक मामले दर्ज हैं। घटना स्थल से बरामद पिकअप भी उत्तर प्रदेश से चोरी की गईमा है और उस पर बाइक का नम्बर लगा था।
एएसपी ग्रामीणा डॉ मूल सिंह राणा ने बताया कि हत्या के आरोप में भगवान सिंह उर्फ काला व रामवीर निवासी मारकपुर को गिरफ्तार किया गया है। जबकि चार से पांच लोग अब भी फरार चल रहे हैं। गिरफ्तार युवक पेशे से किसान हैं। मृतक उमर के खिलाफ 2012 में गोविंदगढ़ थाने में गो तस्करी की धाराओं में एफआईआर दर्ज है। जबकि घायल ताहीर व चालक जावेद भी पेशेवर अपराधी हैं। इनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
गत 10 नवम्बर को सुबह हत्या के आरोपितों को गोवंश की तस्करी की सूचना मिली थी। इस पर उन्होंने रास्ते में लोहे की कील निकली हुई एक चटाई बिछा दी। जैसे ही उस पर पिकअप गुजरी वाहन के टायर पंचर हो गए। गोवंश लेकर जा रहे लोगों ने कुछ दूरी तक पंचर गाड़ी को भगाने का प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हो सके।
बाद में दोनों पक्षों के बीच देसी कट्टों से फायरिंग हुई। जिसमें उमर को गोली लग गई। जबकि ताहीर घायल हो गया। आरोपितों ने घटना के बाद उमर के शव को रेलवे ट्रैक पर पटक दिया और फरार हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लावारिस हालत में मिली पिकअप गाड़ी को कब्जे में लिया व मृतक का शव मोर्चरी में रखवाया।