वहीं, अब निकाय चुनाव की आचार संहिता लगेगी तो कुछ भर्तियों के साथ ही नियुक्तियों पर भी ब्रेक लग सकता है। कारण यह है कि अभी तक प्रयोगशाला सहायक, महिला पर्यवेक्षक, लिपिक, द्वितीय श्रेणी सहित आठ भर्ती परीक्षाओं का फाइनल परिणाम जारी नहीं हुआ है। इस कारण युवाओं की नौकरी की आस दूर होती नजर आ रही है। हालांकि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पीटीआई भर्ती का परिणाम जारी कर दिया है। साथ ही प्रधानाध्यापक भर्ती के चयनितों की सूची राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से जल्द शिक्षा विभाग को भिजवाई जाएगी। ऐसे में इन चयनितों को भी नियुक्ति का इंतजार अब तक है।
कई भर्तियों के जारी नहीं हुए विज्ञापन
दूसरी ओर बात करें तो अटकी भर्तियों की वजह से एक लाख युवाओं का सरकारी नौकरी का सपना दूर होता जा रहा है। साथ ही पुलिस व पटवार भर्ती की घोषणा मुख्यमंत्री ने पिछले महीने की थी। लेकिन अभी तक विज्ञप्ति जारी नहीं हुई है। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के उपेन यादव का कहना है कि यदि अभी सरकार ने विज्ञप्ति नहीं निकाली तो आचार संहिता हटने तक का इंतजार करना होगा। वहीं, प्रदेश में युवाओं की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा कराने की मांग भी की जा रही है। साथ ही बेरोजगारों की ओर से रीट की एक और प्रतीक्षा