सर्वे के दौरान बहुमंजिला निर्माणों और अतिक्रमणों को सूचीबद्ध किया जाएगा। शहर का 3डी नशा बनाया जाएगा। जयपुर का 3डी नशा बनने से लोगों तक स्मार्ट सॉल्यूशन पहुंचाने में भी मदद मिलेगी। दीपावली के बाद इनके खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले एक दो महीने में परकोटा में बदलाव देखने को मिलेगा। धरोहरों को संरक्षित करने के लिए योजना तैयार की जा चुकी है, उसको क्रियान्वित करने का काम शुरू हो गया है। इस दौरान जरूरत पडऩे पर सर्वे और विडियोग्राफी वाले इलाके में यातायात बंद किया जा सकता है।
जोन ————– संख्या हवामहल पूर्व——- 979
हवामहल पश्चिम— 334
सिविल लाइन्स- —292
आमेर- ————-157
मोती डूंगरी———106 (नगर निगम के पास सालों से यह सूची है, लेकिन नगर निगम ने अब तक इस सूची पर कोई कार्रवाई ही नहीं की है।)
परकोटा पर अतिक्रमण कमला नेहरू बाजार, बापू बाजार, संजय बाजार, नेहरू बाजार,इंदिरा बाजार में सर्वाधिक अतिक्र मण परकोटे पर हैं। इसके अलावा परकोटा में बदहाल सफाई व्यवस्था को ठीक करना, नए निर्माण को रोकना और यातायात को ठीक करना बड़ी चुनौती है।
खास-खास -परकोटे का निर्माण 18वीं, 19वीं और 20 शताब्दी में हुआ। इसी को ध्यान में रखते हुए हैरिटेज बायलॉज बनाया गया है। -हैरिटेज बायलॉज में फसाड़ वर्क का भी ध्यान रखा गया है। मकानों की ऊंचाई को लेकर भी बॉयलॉज में कई बिन्दु हैं।
-खिड़कियों और दरवाजों का बायलॉज में आकार तय होगा। उसी के अनुसार निर्माण करवाने की बाध्यता होगी।