अफवाह रोकने के लिए अनोखी पहल
अफवाह रोकने के लिए अनोखी पहल
कोरोना वायरस के डर को खत्म करने के लिए लगा चिकन मेला
मंत्रियों ने खुले मंच पर खाया चिकन
जागरुक करने के लिए नई तरकीब निकाली

कोरोना वायरस के अफवाह से नुकसान झेल रहे पोल्ट्री कारोबारियों ने नुकसान से बचने और लोगों को जागरुक करने के लिए नई तरकीब निकाली है। देश के कई राज्यों में कारोबारी चिकन मेला लगा रहे हैं। वहीं आंध्रप्रदेश सरकार के मंत्रियों ने तो सार्वजनिक मंच पर चिकन खाकर लोगों में फैले भ्रम को दूर करने की कोशिश की।
उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में पॉल्ट्री फार्म एसोसिएशन ने चिकन मेले का आयोजन किया।दरअसल, ये चिकन मेला लोगों में कोरोना वायरस के भ्रम में चिकन से दूर भाग रहे लोगों को जागरुक करने के लिए लगाया गया। इस चिकन मेले को पोल्ट्री फॉर्म एसोसिएशन की ओर से आयोजित किया गया। जिससे लोगों के बीच फैले भ्रम को दूर किया जा सके। हजारों लोगों ने चिकन मेले में पहुंचकर स्वादिष्ट चिकन का लुत्फ उठाया। इसमें पशु चिकित्साधिकारी के साथ अन्य लोगों ने भी भागीदारी सुनिश्चित कर लोगों को जागरुक किया गया।
नॉन वेज खाने से नहीं फैलता कोरोना
पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन के अध्यक्ष विनीत सिंह ने बताया कि ये चिकन मेला लोगों मे कोरोना वायरस को लेकर फैली अफवाह के प्रति जागरुक करने के लिए लगाया गया। उन्होंने बताया कि मटन, चिकन और मछली खाने से कोरोना वायरस नहीं होता है, इसलिए लोग मटन, चिकन, मछली सब कुछ खा सकते हैं। चिकन मेले में आयोजनकर्ताओं ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि चिकन, मटन और मछली खाने से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होता है। अफवाह के कारण फुटकर बाजार में मुर्गे का मीट 100 से 120 रुपए प्रति किलोग्राम के रेट पर बिक रहा है। बावजूद इसके दुकानों पर भीड़ न के बराबर हो रही है। यही वजह है कि पोल्ट्री फार्म का व्यापार ठप पड़ गया है।
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में लगे मेले
छत्तीसगढ़ के महासमुंद में महासमुंद्र ब्रायलर ग्रुप से जुड़े पोल्ट्री कारोबारी अलोक कुमार पांडेय चिकन मेला का आयोजन करा रहे हैं। चिकन मेला के आयोजन की वजह बताते हुए कहते हैं, पिछले कुछ दिनों में लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा हैए इसी लिए हम जगह.जगह पर मेला का आयोजन करा रहे हैं, ताकि पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों का कुछ तो फायदा हो जाए। हमारे यहां तो कई जिलों में ये मेला लगाया गया है और आगे मार्च तक कई और जिलों में लगेगा। इसमें हम 50 रुपए के कूपन से चिकन बिरयानी, चिकन करी, अंडा करी यहां खाने और साथ ही पार्सल के लिए भी दे रहे हैं।
मंत्रियों ने सार्वजनिक मंच पर खाया चिकन
वहीं दूसरी तरफ आंध्रप्रदेश में भी कोरोना वायरस से संक्रमण को लेकर अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन लोगों में इसका डर बना हुआ है। तेलंगाना में चिकन और अंडे खान ेसे वायरस फैलने की अफवाह भी फैली। इन अफवाहों को रोकने के लिए तेलंगाना सरकार ने अनोखा तरकीब निकाला। राज्य सरकार के कई मंत्रियों ने खुले मंच पर चिकन और अंडे खाकर लोगों में फैले भ्रम को दूर करने की कोशिश की। हैदराबाद के नेकलेस रोड में आयोजित हुआ जहां तेलंगाना सरकार के मंत्री केटी रामाराव, इतेला राजेंदर, श्रीनिवास यादव ने दूसरे मंत्रियों और सांसद डॉक्टर रंजीत रेड्डी मंच पर मौजूद रहे। सभी नेताओं ने चिकन खाकर लोगों में कोरोना वायरस को लेकर फैले भ्रम को दूर करने की कोशिश की।
पोल्ट्री बिजनेस में आई है गिरावट
बता दें कि कोरोना वायरस के डर को खत्म करने के लिए तेलंगाना, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में चिकन मेला भी लगाया जा रहा है। कोरोना वायरस के डर के चलते देश में अंडे और चिकन की थोक कीमतों में 15 से 30 फीसदी तक गिरावट आई है। पोल्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म खासकर वॉट्सएप पर कोरोना वायरस को लेकर तरह तरह के मेसेज फैलाए जा रहे हैं।
भारत में कोरोना के तीन केस आए सामने
आपको बता दें कि कि चीन में कोरोना वायरस के कहर से मरने वालों की संख्या 2200 को पार कर गई है। अब तक 22 देशों में इसके संदिग्ध मामले सामाने आ चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही इसे इमर्जेंसी घोषित कर चुका है। भारत में भी अब तक इसके तीन मामले सामने आ चुके हैं।
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