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जीते हुए छात्रसंघ पदाधिकारियों से नहीं लिया चुनाव में हुए खर्च का ब्यौरा लेकिन विश्वविद्यालय कर रहा बजट बांटने की तैयारी

locationजयपुरPublished: Oct 01, 2019 09:56:11 am

Submitted by:

HIMANSHU SHARMA

पदाधिकारियों से खर्च का ब्यौरा लिया नहीं और तीन अक्टूबर को बजट बैठक बुलाने की तैयारी

After sitting the inquiry, the vice chancellor said that no matter ho

After sitting the inquiry, the vice chancellor said that no matter ho


जयपुर
राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव जीतकर आए पदाधिकारियों से विश्वविद्यालय प्रशासन ने चुनाव में हुए खर्च का ब्यौरा तक नहीं लिया है। जबकि बगैर खर्च का ब्यौरा लिए ही उन्हें बजट बांटने की तैयारी कर ली है। नियमानुसार छात्रसंघ चुनाव होने के 15 दिन में पदाधिकारियों को खर्च का ब्यौरा देना होता है। जबकि राजस्थान विश्वविद्यालय में 27 अगस्त को चुनाव हुए थे और 28 अगस्त को परिणाम घोषित हुआ था। ऐसे में पूरी प्रक्रिया को हुए एक माह का समय बीत चुका है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन को अभी तक ना तो छात्रसंघ पदाधिकायों ने चुनावों में खर्च हुई राशि का ब्यौरा सौंपा है और ना ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने खर्च का ब्यौरा मांगा है। जबकि इसके उलट ही विश्वविद्यालय ने बगैर खर्च का ब्यौरा लिए ही छात्रसंघ पदाधिकारियों पर मेहरबानी करने की तैयारी कर ली है और तीन अक्टूबर को छात्रसंघ का बजट पदाधिकारियों को सौंपने के लिए बैठक बुलाने की छात्र कल्याण अधिष्ठाता ने तैयारी कर ली है। वहीं नियमानुसार खर्च का ब्यौरा नहीं देने पर छात्र संघ चुनाव पूरी तरीके से शून्य घोषित हो सकता है। छात्रसंघ के पदाधिकारियों ने अपने चुनावी खर्च का ब्यौरा निर्धारित समय में विवि प्रशासन को नहीं सौंपा है। ऐसे में अपेक्स पदों के प्रत्याशियों का पद शून्य घोषित होने का खतरा मंडरा रहा है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन कठोर फैसला लेता है और तय समय में खर्च का ब्यौरा नहीं देने पर कार्रवाई करता है तो राजविवि में इस सत्र में कोई छात्रसंघ नहीं रहेगा। छात्र संघ चुनाव संविधान के अनुसार प्रत्याशियों का परिणाम आने के बाद 15 दिन में चुनावी खर्च का ऑडिटेड ब्यौरा बिल सहित विश्वविद्यालय प्रशासन को जमा करवाना होता है।
डीएसडब्लयू बुला रहे बजट बैठक
राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ पदाधिकारी खर्च का ब्यौरा नहीं देने पर जिम्मेदार है उतना ही विश्वविद्यालय प्रशासन भी। विश्वविद्यालय प्रशासन को ब्यौरा लेने के लिए बार बार नोटिस दिए जाने चाहिए थे और कार्रवाई करनी चाहिए थी।लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से कार्रवाई करना तो दूर विश्वविद्यालय के छात्रकल्याण अधिष्ठाता छात्रसंघ पदाधिकारियों को बजट बांटने के लिए बैठक बुलाने की तैयारी कर बैठे हैं। डीएसडब्लयू ने तीन अक्टूबर बजट बैठक की तारीख तय कर ली है। क्योकि नियमानुसार चुनाव परिणाम के एक माह में बजट बैठक बुलाकर बजट छात्रसंघ पदाधिकारियों को देना होता हैं।
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