दीया कुमारी ने कहा कि मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं। यह ऐसे समय में हुआ है जब देश कोरोनावायरस महामारी से जूझ रहा है। आपातकालीन स्वास्थ्य संकटों को लेकर संसद की प्रभावी प्रतिक्रिया, प्रभावी नीतियों को लागू करने और सार्वजनिक संसाधनों का विवेकपूर्ण ढंग से प्रबंधन करने से हमें एक बेहतर कल बनाने में मदद मिलेगी। एक सदस्य के रूप में, मैं पूरे विश्व में भारत के कार्य, छवि और शक्ति को मजबूत करने की आशा करती हूं।
गौरतलब है कि आईपीयू 179 देशों के राष्ट्रीय सांसदों का अंतरराष्ट्रीय संगठन है। भारत भी इसका सदस्य देश है। इसका उदेश्य संजीदा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेने के लिए दुनिया भर के सांसदों को एक साथ लाना है। इसने स्थायी मध्यस्थता न्यायालय, राष्ट्र संघ और संयुक्त राष्ट्र सहित अंतरराष्ट्रीय कानून और संस्थानों के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई है। यह फ्रांस और यूके की ओर से 1889 में स्थापित किया गया था और इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है।