खेल-विज्ञान की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान सदन में हंगामा
जयपुरPublished: Mar 03, 2020 03:55:06 pm
विधानसभा में आज खेल-विज्ञान की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान विधायक संयम लोढ़ा और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ आमने-सामने हो गए।
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जयपुर। विधानसभा ( Assembly )में आज खेल-विज्ञान की अनुदान मांगों (Debate on Demands for grant of sports) पर बहस के दौरान विधायक संयम लोढ़ा और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ आमने-सामने हो गए। हंगामा इतना बढ़ गया कि आसन को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। दरअसल शून्यकाल में खेल-विज्ञान की अनुदान मांगों पर बहस पर चर्चा के दौरान निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और हर जिला पंचायत स्तर पर खेल मैदान बनाए जाने की बात कर रहे थे। इस दौरान खेल विभाग के बजट को लेकर भी पुराने आंकड़े गिनाने शुरू किए। चर्चा के दौरान लोढा ने आरसीए के जिक्र करते हुए कहा कि गहलोत सरकार के आने के बाद से आरसीए फिर से खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं और आईपीएल सहित रणजी मैच भी हो रहे हैं जबकि पूर्ववर्ती सरकार के समय तो आरसीए में अराजकता फैली हुई और इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री और एक तत्कालीन आरसीए अध्यक्ष जिम्मेदार हैं। संयम लोढा के इतना कहते ही उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि नियमों के तहत जो इस सदन का सदस्य नहीं है तो उसका नाम सदन में नहीं ले सकते। इस पर दोनों के बीच तीखी बहस होने लगी। हंगामे के बीच राजेंद्र राठौड़ ने आरोप जड़ दिया कि आरसीए चुनाव में कांग्रेस नेताओं ने अपने ही एक नेता को पिटवा दिया। इस पर दोनों के बीच सदन में जोरदार बहस होने लगी। विपक्ष के औऱ सदस्य भी खड़े हो गए और संयम लोढ़ा के शब्दों को कार्यवाही से निकालने की मांग करने लगे। इस पर सभापति राजेंद्र पारीक ने सदस्यों को शांत कराते हुए कुछ शब्दों को कार्यवाही से निकाल दिया।