शहरी गैस वितरण नीति को जल्द
जयपुरPublished: Sep 29, 2020 07:50:37 pm
राज्य में पाइपलाइन ( pipelines ) के माध्यम से घरेलू गैस ( domestic gas ) का वितरण, उद्योगों के लिए गैस की आपूर्ति और सीएनजी स्टेशनों ( CNG stations ) की स्थापना के कार्य को योजनावद्ध तरीके से गति दी जाएगी। इस समय राज्य के 19 शहरों में अलग-अलग कंपनियां इस कार्य को कर रही है। इन कंपनियों के साथ प्रभावी मोनेटरिंग व समन्वय स्थापित किया जाएगा ताकि पाइप लाइन के माध्यम से गैस आपूर्ति व्यवस्था को तय समय-सीमा में अमली जामा पहनाया जा सके।
शहरी गैस वितरण नीति को जल्द
जयपुर। राज्य में पाइपलाइन के माध्यम से घरेलू गैस का वितरण, उद्योगों के लिए गैस की आपूर्ति और सीएनजी स्टेशनों की स्थापना के कार्य को योजनावद्ध तरीके से गति दी जाएगी। इस समय राज्य के 19 शहरों में अलग-अलग कंपनियां इस कार्य को कर रही है। इन कंपनियों के साथ प्रभावी मोनेटरिंग व समन्वय स्थापित किया जाएगा ताकि पाइप लाइन के माध्यम से गैस आपूर्ति व्यवस्था को तय समय-सीमा में अमली जामा पहनाया जा सके।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइन्स एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि राज्य की शहरी गैस वितरण नीति को जल्दी ही अंतिम रुप दे दिया जाएगा। पीएनजी और सीएनजी वितरण नेटवर्क विकसित होने से निर्बाध गैस आपूर्ति संभव होने के साथ ही वायु प्रदूषण को भी कम किया जा सकेगा।
आरएसजीएल द्वारा कोटा शहर में युद्धस्तर पर शहरी गैस वितरण व्यवस्था पर कार्य करते हुए कोटा शहर में 8 सीएनजी स्टेशनों की स्थापना कर 10 हजार घरों तक पाइपलाइन से घरेलू गैस का सफलतापूर्वक वितरण किया जा रहा है। इस साल 24 हजार घरेलू गैस कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य रखा है। अलवर के निमराना में मदर स्टेशन से उद्योगों व वाहनों को और जयपुर के डॉटर बूस्टर स्टेशन कूकस में की स्थापित कर वाहनों को सीएनजी उपलब्ध कराई जा रही है। एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि आरएसजीएल द्वारा मध्यप्रदेश के ग्वालियर और श्योपुर में भी शहरी गैस वितरण व्यवस्था का नेटवर्क विकसित किया जा रहा है। दोनों ही स्थानों पर एक-एक सीएनजी स्टेशन की स्थापना की जा चुकी है। आरएसजीएल के एमडी मोहन सिंह ने बताया कि राजस्थान राज्य गैस लिमिटेड राज्य सरकार का गैल गैस लिमिटेड और राजस्थान स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड की 50-50 प्रतिशत भागीदारी का संयुक्त उपक्रम है। आरएसजीएल द्वारा राजस्थान और प्रदेश से इतर रिटेल गैस वितरण आधारभूत संरचना तैयार करने के लिए गठन किया गया है।