यूरिया की नहीं है किल्लत, कालाबाजारी के प्रति विभाग सावचेत
प्रतापगढ़ जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धताकालाबाजारी करने पर विभाग करेगा सख्त कार्रवाई
यूरिया की नहीं है किल्लत, कालाबाजारी के प्रति विभाग सावचेत
जयपुर
प्रतापगढ़ जिले में अब तक 60 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है। इसी के अनुपात में उर्वरक की भी आवश्यकता है। ऐसे में विभाग की ओर से आवश्यकता के अनुसार यूरिया की उपलब्धता कराई जा रही है। लेकिन कुछ स्थानों से यूरिया की कथित किल्लत बताई जा रही है। ऐसे में कृषि विभाग सावचेत हो गया है। विभाग ने इसके लिए कमर कस ली है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि यूरिया का स्टॉक करने वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए विभाग की ओर से सभी अधिकारियों को अपने क्षेत्र में नजर रखने के निर्देश दिए गए है।
अब बात करें जिले में स्थिति की तो…
जिले में इस वर्ष विभाग की ओर से रबी की सीजन में 18 हजार मिट्रिक टन की आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है। इसके एवज में अभी तक 11 हजार मिट्रिक टन यूरिया की खेप जिले में हो चुकी है। इसमें से साढ़े आठ हजार एमटी यूरिया किसानों को दिया जा चुका है। जबकि ढाई हजार एमटी यूरिया अभी स्टॉक में पड़ा है। यह स्टॉक वेयर हाउस, दुकानदारों के पास रखा है। वहीं अगले सप्ताह एक और खेप प्रतापगढ़ जिले में पहुंचने वाली है।
वहीं अब बात करें अरनोद की तो…
गत सप्ताह तक अरनोद इलाके में यूरिया नहीं पहुंचने की शिकायत किसानों ने की थी। इस पर विभाग की ओर से उर्वरक आपूर्तिकर्ता कम्पनियों के उच्चाधिकारियों से बात की। इसके बाद अरनोद में भी अब आपूर्ति शुरू हो गई है। जिससे यहां भी किसानों को यूरिया उपलब्ध कराया जा रहा है।
जिले में विभाग की ओर से यूरिया को लेकर विशेष सतर्कता भी बरती जा रही है। विभाग का कहना है कि जो भी व्यापारी या किसान यूरिया का स्टॉक करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसेे में किसानों से भी अपील की गई है कि वे आवश्यकता के अनुसार ही यूरिया की खरीद करें। नहरी इलाकों में बुवाई जिले में रबी की फसल की बुवाई हो चुकी है। हालांकि नहरी इलाकों में अभी बुवाई चल रही है। जिसमें धरियावद और पीपलखूंट इलाके में अभी बुवाई का दौर चल रहा है।
दूसरी ओर प्रतापगढ़ जिले के उप निदेशक (कृषि विस्तार) मनोहर तुषावरा का कहना है कि जिले में आवश्यकता के अनुसार यूरिया की आपूर्ति की जा रही है। अभी तक कोई कमी नहीं है। 18 हजार एमटी की मांग के मुकाबले 11 हजार एमटी की आपूर्ति हो चुकी है। अरनोद इलाके में भी आपूर्ति के लिए कम्पनी के उच्चाधिकािरयों से बात की है। इस इलाके में भी यूरिया की आपूर्ति होने लगी है। एक खेप और अगले सप्ताह आ जाएगी। वहीं व्यापारियों और किसानों से भी अपील है कि आवश्यकता के अनुसार ही यूरिया की खरीद और ब्रिकी करें। जिससे सभी को यूरिया उर्वकर मिलेे। विभाग की ओर से सभी इलाकों में विशेष नजर रखी जा रही है।