एमएसएमई मंत्रालय के अधीन कार्यरत खादी ग्रामोद्योग आयोग ने बांस की बोतल (Bamboo Bottle) का निर्माण किया है। इस बोतल की क्षमता कम से कम 750 एमएल की होगी। इन बोतलों की कीमत 300 रुपए से शुरू होगी। यह बोतलें पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ.साथ टिकाऊ भी हैं। आपको बता दें कि एक अक्तूबर को केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी बांस की इस बोतल को लान्च करेंगे। दो अक्टूबर गांधी जयंती से खादी स्टोर में इस बोतल की बिक्री की शुरुआत होगी।
केवीआईसी की ओर से पहले ही प्लास्टिक के गिलास की जगह मिट्टी के कुल्हड़ का निर्माण शुरू किया जा चुका है। इस प्रक्रिया के तहत अभी तक मिट्टी के एक करोड़ कुल्हड़ बनाए जा चुके हैं। केवीआईसी ने वित्त वर्ष के अंत तक एक करोड़ की क्षमता को तीन करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य रखा है।
बांस की बोतल की बिक्री शुरू होने से भारी संख्या में रोजगार उत्पन्न होगा। बोतल से बांस की खुशबू भी लोगों को मिलती रहेगी। बांस की बोतल की कीमत उसके आकार पर निर्भर करेगी। आपको बता दें कि भारत बांस का विश्व में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश हैं, लेकिन हम इसका इस्तेमाल अपने उत्पादों में 5 फीसदी भी नहीं करते हैं। जबकि चीन अपने फर्नीचर के निर्माण में 90 फीसदी तक बांस का इस्तेमाल करता है।