राजे ने अलवर जिले के टपूकड़ा के झिवाना गांव के एससी वर्ग के हरीश जाटव की हत्या ( Harish Jatav Murder Case ) और बाद में कार्रवाई नहीं होने से आहत पिता की ओर से की गई आत्महत्या को सरकार की लापरवाही बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार तत्काल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर परिजनों को न्याय दिलाए।
राजे ने कहा कि एक ओर तो सरकार मॉब लिंचिंग ( Mob Lynching ) का कानून बना रही है वहीं दूसरी ओर हरीश जाटव की हत्या के मामले में कोई एक्शन नहीं ले रही। सरकार के इस दोहरे चरित्र के चलते ही अपने बेटे की हत्या से आहत पिता रति राम जाटव ने आत्महत्या कर ली। उसके बाद भी सरकार की आंख नहीं खुली है। सरकार पीडि़त एससी परिवार को न्याय दिलाए।
ये है मामला
अलवर जिले के भिवाड़ी क्षेत्र के चौपानकी थाना इलाके गांव पलसा में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया था। महिला को टक्कर मारने वाले युवक को कुछ लोगों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया, जिसकी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने घटना के सम्बन्ध में दोनों पक्षों की तरफ से मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू की।
भिवाड़ी पुलिस के मुताबिक़ गांव झिवाणा निवासी हरीश जाटव 16 जुलाई की रात करीब 8-9 बजे बाइक पर सवार होकर भिवाड़ी से अपने गांव जा रहा था। रास्ते में फलसा गांव के समीप अचानक महिला हकीमन उसकी बाइक की चपेट में आ गई। घटना की सूचना मिलने के बाद गश्त में मौजूद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने गंभीर रूप से घायल हरीश जाटव को भिवाड़ी सीएचसी में भर्ती कराया। वहीं, महिला को उसके परिजन इलाज के लिए ले गए।
भिवाड़ी सीएचसी से प्राथमिक उपचार के बाद परिजन हरीश को इलाज के लिए दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में ले गए। परिजनों ने हरीश के साथ बुरी तरह से मारपीट करने व व एससी/एसटी एक्ट तथा महिला हकीमन के परिजनों ने हरीश के खिलाफ एक्सीडेंट का परस्पर प्रकरण दर्ज कराया। देर रात हरीश की इलाज के दौरान सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई।
थानाधिकारी मोहन सिंह गुर्जर ने बताया कि हरियाणा के जिले नूंह मेवात थाना फिरोजपुर झिरका के गांव हिरवाड़ी निवासी मुबारिक पुत्र लल्लू मेव ने थाने में मामला दर्ज कराया कि वह ट्रक ड्राईवर का काम करता है। वह ट्रक लोंडिग़ के लिए अलवर खड़ा करके गांव हुसेपुर अपने रिश्तेदार ईसाक के पास मोटरसाईकिल से जा रहा था। तभी ग्राम मूसाखेड़ा से पहले बनी ईदगाह के पास से गुजर रहा था कि कुछ लोगों ने चोर-चोर को शोर मचा दिया।
जब मुबारिक भागने लगा तो जोरमल पुत्र मलखां निवासी मूसाखेड़ा ने पकड़ कर मारपीट शुरू कर दी। मारपीट करने के बाद खंभे से रस्सी से बांध दिया। इसके बाद मोरमल निवासी मूसाखेड़ा ने मारपीट की। सूचना पर पंहुची पुलिस ने बंधक मुबारिक को घायल अवस्था में किशनगढ़बास के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिलाया। पुलिस ने पीडि़त का मेडिकल कराया। पुलिस ने भादस की धारा 323, 341, 342 आईपीसी में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।