सतीश पूनिया समर्थक मोर्चा के मूल सोर्स तक पहुंची भाजपा, मगर एफआईआर नहीं कराएंगे
वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान मंच की कार्यकारिणी से जुड़े पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सतीश पूनिया समर्थक मोर्चा भी सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गया था। भाजपा इस मोर्चे का नियुक्ति पत्र बनाने वाले मूल सोर्स तक पहुंच गई है। हालांकि प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने साफ कर दिा है कि इस वायरल पत्र के मूल सोर्स के खिलाफ एफआईआर कराने का कोई इरादा नहीं है।

जयपुर।
वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान मंच की कार्यकारिणी से जुड़े पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सतीश पूनिया समर्थक मोर्चा भी सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गया था। भाजपा इस मोर्चे का नियुक्ति पत्र बनाने वाले मूल सोर्स तक पहुंच गई है। हालांकि प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने साफ कर दिा है कि इस वायरल पत्र के मूल सोर्स के खिलाफ एफआईआर कराने का कोई इरादा नहीं है। पार्टी में ऐसे मुद्दों को ज्यादा तरजीह नहीं दी जाती, लेकिन सतर्क ज़रूर रहा जाता है।
भाजपा मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में पूनियां ने कहा कि सोशल मीडिया सुविधा और दुविधा दोनों ही बनती जा रही है। सोशल मीडिया पर नेताओं के समर्थक और विरोधी दोनों हो सकते हैं, लेकिन विरोध की भी एक मर्यादा होती है। कुछ लोग मजे लेने के लिए और कुछ न्यूसेंस फैलाने के लिए इस तरह की चीजें करते हैं। पूनियां ने इस तरह की गतिविधियों पर कड़ी आपत्ति भी जताई। पूनिया ने कहा मैं पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हूं। मेरे साथ सभी लोग पार्टी के बड़े बैनर के नीचे काम करते हैं, इसलिए मुझे खुद को नेता साबित करने के लिए या प्रोजेक्ट करने की कोई ज़रूरत नहीं है। नेता को तो पार्टी बनाती है और पार्टी के चुनाव चिन्ह से लड़कर ही कोई भी आगे बढ़ता है।
पार्टी के खिलाफ होता तो विचार करते
पूनियां ने कहा कि अगर पार्टी के खिलाफ कुछ हो रहा है और उसके खिलाफ एविडेंस मिलता है तब पार्टी आगे विचार करती है। बहरहाल अभी तक पार्टी ने इस मामले में इस तरह का नियुक्ति पत्र वायरल करने वाले के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज कराने का मानस नहीं बनाया है।
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