पूर्व मुख्यमंत्री ने ऐसे मामलों में पुलिस की कार्यशैली को भी बराबर की दोषी करार दिया। ताज़ा घटनाक्रम का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कोटा पुलिस ने ना तो पीड़ित परिजनों की रिपोर्ट लिखी और ना ही झालावाड़ पुलिस ने बच्ची को घर पहुंचाना मुनासिब समझा।
राजे ने कहा कि कांग्रेस सरकार अब अपनी कुम्भकर्णी नींद को त्यागकर आरोपियों के साथ दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई करे।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कविता की कुछ पंक्तियों के ज़रिये कहा ‘’हर रोज़ सुन रहे बच्चियों की चीत्कार, फिर भी बहरी है राज्य की सरकार, हे सरकार- कुछ तो करो विचार, नहीं सहेगी अब नारी अत्याचार।