राजे ने कहा कि प्रदेश में नई सरकार के छह माह बीत जाने के बाद भी विधायक कोटे से होने वाले काम रुके हुए हैं। विधायकों की अनुशंसा के बावजूद वित्तीय स्वीक्रतियां जारी नहीं की जा रही है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि जनता के आक्रोश के चलते मंत्री अपने जिलों में भी नहीं जा पा रहे हैं। बजरी मािफयाओं के खिलाफ आवाज उठाने वालों को ट्रक से कुचलकर मारा जा रहा है। पानी एवं बिजली की समस्या विकराल रूप ले चुकी है।
राजे ने कहा कि प्रतिदिन करीब 12 बच्चियां दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं। वहीं दो खेमों में बंटी राज्य सरकार की कार्यप्रणाली से सत्ता पक्ष के विधायकों में भी रोष है। किसानों की कर्ज माफी पर भी ये सरकार खरी नहीं उतर पाई है। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है। बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल रही है। राजश्री योजना बंद कर दी गई है। सडक निर्माण के कामों पर भी विराम लगा हुआ है।
विभिन्न मुदृदों पर सरकार को घेरेगी भाजपासदन में सरकार को घेरने की रणनीति के तहत भाजपा विधायक दल की पहली बैठक सोमवार को विधानसभा में हुई। इस बैठक में सभी ने एक मत होकर सरकार की ओर से की गई वादा खिलाफी को सदन में उठाने का निर्णय किया गया। कानून व्यवस्था, पीने के पानी, अवैध बजरी खनन समेत अन्य मुदृदों पर विपक्ष सरकार को सदन में घेरेगा। विधानसभा में ना पक्ष लॉबी में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया (
Gulab Chand Kataria ), वसुंधरा राजे और उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड (
Rajendra Rathore ) की मौजूदगी में भाजपा विधायकों की आगामी सत्र को लेकर हुई बैठक में 72 में से 52 भाजपा विधायक मौजूद रहे।