scriptवायु के रुख से लगाएंगे बारिश का पूर्वानुमान | VAYU DHARINI PURNIMA 2020 : RAIN FORECAST | Patrika News

वायु के रुख से लगाएंगे बारिश का पूर्वानुमान

locationजयपुरPublished: Jul 03, 2020 07:20:52 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

आषाढ शुक्ल चतुर्दशीयुक्त पूर्णिमा पर शनिवार को वायु धारिणी पूर्णिमा (Vayu dharini purnima) हैै। इस दिन सूर्यास्त के समय ज्योतिषाचार्य और विद्वान वायु के रुख से बारिश का पूर्वानुमान (Rain forecast) लगाएंगे। शहर में दो जगहों पर वायु परीक्षण किया जाएगा। हालांकि इस बार कोविड—19 के चलते गिने—चुने ज्योतिष विद्वान ही वायु परीक्षण करेंगे।

वायु के रुख से लगाएंगे बारिश का पूर्वानुमान

वायु के रुख से लगाएंगे बारिश का पूर्वानुमान

वायु के रुख से लगाएंगे बारिश का पूर्वानुमान

– वायु धारिणी पूर्णिमा कल
— जंतर—मंतर पर पहली बार सिर्फ 5 विद्वान ही करेंगे वायु परीक्षण

जयपुर। आषाढ शुक्ल चतुर्दशीयुक्त पूर्णिमा पर शनिवार को वायु धारिणी पूर्णिमा (Vayu dharini purnima) हैै। इस दिन सूर्यास्त के समय ज्योतिषाचार्य और विद्वान वायु के रुख से बारिश का पूर्वानुमान (Rain forecast) लगाएंगे। शहर में दो जगहों पर वायु परीक्षण किया जाएगा। हालांकि इस बार कोविड—19 के चलते गिने—चुने ज्योतिष विद्वान ही वायु परीक्षण करेंगे। विश्व धरोहर स्मारक ज्योतिष यंत्रालय (जंतर—मंतर) में सिर्फ 5 विद्वान ही वायु परीक्षण करेंगे, वहीं दूसरा वायु परीक्षण टोंक रोड पर होगा, जिसमें करीब 8 ज्योतिषाचार्य वायु के रुख से मौसम का आंकलन करेंगे।
जंतर—मंतर में सूर्यास्त के समय वायु परीक्षण किया जाएगा। जंतर मंतर अधीक्षक मोहम्मद आरीफ ने बताया कि कोविड—19 के चलते इस बार सिर्फ 5 विद्वान ही वायु परीक्षण में शामिल होंगे। जबकि जानकारों का कहना है कि यहां रियासतकाल से वायु परीक्षण की परंपरा चली आ रही है और करीब 50 से 150 विद्वानों ने यहां वायु परीक्षण किया है।
अखिल भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान की ओर से टोंक रोड पर आयोजित होने वाले वायु परीक्षण में शहर के वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य भाग लेंगे और वायुपरीक्षण से वर्षा का पूर्वानुमान लगाएंगे। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि टोंक रोड पर एक होटल में जयपुर के पंचांगकर्ताओं व ज्योतिषियों द्वारा प्राचीन ध्वज पूजन के बाद वायुपरीक्षण किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाकोर पीठाधीश्वर स्वामी रामरतन महाराज और डॉ. नरोत्तम पुजारी करेंगे। इनके अलावा करीब 6 विद्वान कार्यक्रम में शामिल हेांगे।
सूर्यास्त के समय होगी पूर्णिमा
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि पूर्णिमा तिथि शनिवार को सुबह 11 बजकर 34 मिनट पर आ जाएगी। सूर्यास्त के समय शाम 7 बजकर 20 मिनट पर पूर्णिमा तिथि होने के कारण इस दिन वायु धारिणी पूर्णिमा होगी। इस दिन वायु परीक्षण में हवा का रूख देखा जाएगा, जिसके अनुसार श्रावण मास में होने वाली बारिश का पूर्वानुमान लगाया जाएगा।
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