जंतर—मंतर में सूर्यास्त के समय वायु परीक्षण किया जाएगा। जंतर मंतर अधीक्षक मोहम्मद आरीफ ने बताया कि कोविड—19 के चलते इस बार सिर्फ 5 विद्वान ही वायु परीक्षण में शामिल होंगे। जबकि जानकारों का कहना है कि यहां रियासतकाल से वायु परीक्षण की परंपरा चली आ रही है और करीब 50 से 150 विद्वानों ने यहां वायु परीक्षण किया है।
अखिल भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान की ओर से टोंक रोड पर आयोजित होने वाले वायु परीक्षण में शहर के वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य भाग लेंगे और वायुपरीक्षण से वर्षा का पूर्वानुमान लगाएंगे। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि टोंक रोड पर एक होटल में जयपुर के पंचांगकर्ताओं व ज्योतिषियों द्वारा प्राचीन ध्वज पूजन के बाद वायुपरीक्षण किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाकोर पीठाधीश्वर स्वामी रामरतन महाराज और डॉ. नरोत्तम पुजारी करेंगे। इनके अलावा करीब 6 विद्वान कार्यक्रम में शामिल हेांगे।
सूर्यास्त के समय होगी पूर्णिमा
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि पूर्णिमा तिथि शनिवार को सुबह 11 बजकर 34 मिनट पर आ जाएगी। सूर्यास्त के समय शाम 7 बजकर 20 मिनट पर पूर्णिमा तिथि होने के कारण इस दिन वायु धारिणी पूर्णिमा होगी। इस दिन वायु परीक्षण में हवा का रूख देखा जाएगा, जिसके अनुसार श्रावण मास में होने वाली बारिश का पूर्वानुमान लगाया जाएगा।