2 वर्ष से नहीं निकाली भर्ती संगठन ने कहा है कि जुलाई, 2019 को सरकार ने बजट घोषणा में ग्राम विकास अधिकारियों के रिक्त पदों को भरने की घोषणा की थी। जनवरी, 2020 में पंचायती राज विभाग ने 3 हजार से अधिक पदों की अभ्यर्थना कर्मचारी चयन बोर्ड को भेज दी थी। लेकिन दो वर्ष बीतने के बाद भी इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरु नहीं हो पाई है।
20 विभागों की योजनाएं, कई पंचायतों का चार्ज ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा का कहना है कि हर पंचायत में ग्राम विकास अधिकारी अकेला ही 20 विभागों की दर्जनों छोटी-बड़ी योजनाओं का संचालन करता है। कई सुदूरवर्ती जिलों में तो हालात यह हैं कि एक वीडीओ पर 4-5 पंचायतों का चार्ज है। ऐसे में अभियान के दौरान वह अपने जिम्मेदारी कैसे निभाएगा?
इधर, कलक्टरों को निर्देश जारी ग्राम विकास अधिकारियों की चेतावनी के बीच ही सरकार ने सभी कलक्टरों को गांधी जयंती, 2 अक्टूबर से अभियान के तहत शिविरों की तैयारी के दिशा- निर्देश जारी कर दिए हैं। अभियान के दौरान जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, पानी संबंधी शिकायत निस्तारण, लंबित पट्टे जारी करना, स्वच्छ भारत मिशन संबंधी अनेक कामकाज किए जाएंगे।
‘ दिसंबर तक पटवारी, फोरेस्ट सहित करीब आधा दर्जन परीक्षाएं करानी हैं। इसके बाद ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती शुरु होगी। वह परीक्षा समान पात्रता परीक्षा के दायरे में है।’ हरप्रसाद शर्मा, चेयरमैन, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड