डीएसटी टीम के प्रभारी मुकेश चौधरी ने बताया कि बदमाश वाहन को चुराने के बाद उन्हें भीलवाड़ा और उदयपुर में सस्ते दामों में बेच देते थे। आरोपी भोले भाले लोगों को अच्छी गाडिय़ां सस्ते दामों में बेचने का झांसा देते थे। हालांकि पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि गिरोह में और कितने लोग शामिल है।