मानसरोवर में रहने वाले 74 साल के राजेन्द्र कुमार के साथ यह सब कुछ घटा। #Website दरअसल राजेन्द्र ने इस साल जनवरी में एक नामी आनलाइन साइट से एक प्रोटक्ट मंगाया था। उसके कुछ दिन के बाद उनके पास किसी ने फोन किया और खुद को इस साइट का बड़ा अफसर बताया और बताया कि आने जो #Online प्रोडक्ट खरीदा है उस पर आप लकी विनर हैं और आपको बारह लाख पचास हजार रुपए की लॉटरी मिल रही है। इसके मैसेज भी उनके फोन नंबर पर आने लगे। जब राजेन्द्र कुमार ने बातचीत की तो अफसर बने ठग ने उनको बताया कि कुछ शुल्क जमा कराने के बाद आपको यह लॉटरी मिल जाएगी और जो भी शुल्क जमा कराया जाएगा वह भी लॉटरी के अमाउंट के साथ ही आ जाएगा। इस पर राजेन्द्र ने परिवार से चर्चा किए बिना ही लॉटरी लेने की तैयारी कर ली।
राजेन्द्र जब ठग के जाल में फंस गए तो ठग ने सबसे पहले बीस हजार रुपए खाते में डलवाए और उसके बाद जल्द ही लॉटरी अमाउंट भेजने की बात कही। कुछ दिन इंतजार करने के बाद कोई परेशानी ठग ने बताई और खाते में 60 हजार रुपए और डलवा लिए। उसके बाद फोन कर बताया कि लॉटरी अमाउंट मुख्यालय से रवाना कर दिया गया है जल्द ही खाते में आ जाएगा। उसके बाद कभी किसी नाम पर तो कभी किसी झूठ पर खाते में रुपए डलवाने का सिलसिला जारी रहा। हर बार ठग यही कहते कि पूरा अमाउंट लॉटरी रकम के साथ आ जाएगा तो आप निश्चितं रहें। साइबर थाने के अफसरों ने बताया कि कुछ महीने पहले तो राजेन्द्र ने खुद ही ठगों के खातों में 63 लाख रुपए से ज्यादा की रकम आरटीजीएस तक कर डाली। लेकिन जब धीरे—धीरे उनको लगने लगा कि वे पूरी तरह से ठगों के जाल में फंस चुके हैं तो उन्होनें परिवार के लोगों को बताया। परिवार वालों की हालात खराब हो गई पूरी बातें जानकार। बाद में साइबर पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
साइबर थाना पुलिस ने बताया कि पूरा मामले में राजेन्द्र कुमार की ओर से लगभग हर ट्रांजेक्शन की जानकारी दी गई है। आठ से दस महीनों में करीब तीस से भी ज्यादा बार ठगों के खातों में रुपए जमा कराए गए हैं। कई बार तो लाखों रुपए तक डाले गए हैं। लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार वे खाते और फोन नंबर सब कुछ फेंक हैं। लेकिन जांच शुरू कर दी गई है। साइबर अफसरों ने बताया कि प्रदेश की यह सबसे बड़ी आनलाइन ठगी है। इससे पहले 84 लाख रुपए ठगी का मामला दर्ज हुआ था। उसमें भी कई महीनों की जांच के बाद एफआर लगा दी गई थी। राजेन्द्र कुमार ने पुलिस को बताया कि वे निजी कंपनी से इंजीनियर पोस्ट से रिटायर हैं। बेटी की जल्द ही शादी करने के सपने देख रहे थे। सोचा था कि शादी में और कुछ लाख रुपए लगा देंगे लॉटरी मिलती है तो, लेकिन किसी पता था कि लॉटरी के चक्कर में जीवन भर की कमाई नष्ट हो जाएगी।