जयपुरPublished: Sep 22, 2020 05:10:28 pm
Ashish
प्रदेश में पशुपालन विभाग ( Department of Animal Husbandry ) के अधीन संचालित पशु चिकित्सा संस्थाओं में कार्यरत पशु चिकित्सा कर्मियों ( veterinary personnel ) पर विभागीय लापरवाही ( Departmental negligence ) भारी पड़ सकती है।
जयपुर
प्रदेश में पशुपालन विभाग ( Department of Animal Husbandry ) के अधीन संचालित पशु चिकित्सा संस्थाओं में कार्यरत पशु चिकित्सा कर्मियों ( veterinary personnel ) पर विभागीय लापरवाही ( Departmental negligence ) भारी पड़ सकती है। पशु चिकित्सा संस्थाओ में कोविड-19 से बचाव के संसाधन ही नहीं हैं, जिससे पशु चिकित्सा कर्मियों का जीवन खतरे में हैं। राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के प्रमुख महामंत्री अर्जुन शर्मा ने बताया कि पशुपालन विभाग के अधीन संचालित 8000 पशु चिकित्सा संस्थाओं में कोविड-19 से बचाव के संसाधन ही उप्रलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं, जिससे पशु चिकिेत्सा कर्मी एवं संस्थाओं में आने वाले पशु पालकों के लिए संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। जबकि कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। संघ की ओर से कई बार इस बारे में अवगत करवाने के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
बहु उदेश्यीय पशु चिकित्सालय जयपुर में उप निदेशक सहित पशु चिकित्सा अधिकारी के कोराना संक्रमित होने के बाद भी संस्था में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियो को फेस मास्क, हैण्ड सेनेटाईजर, ग्लव्ज इत्यादि उपलब्घ नहीं करवाए जा रहे हैं। ऐसे में अगर जल्द ही विभाग ने यदि कोरोना से बचाव के समुचित प्रबन्ध नहीं किए तो कर्मचारियों की ओर से कामकाज का बहिष्कार किया जा सकता है।