प्रदेश में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में पिछले दिनों में कुछ राहत मिली है, लेकिन कोरोना से होने वाली मौत पर अभी लगाम नहीं लग पा रहा है। हर रोज कोरोना से मौत के आंकड1ें में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोरोना से लडना है तो कोरोना गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन करना जरूरी है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण से मौतों में अभी बड़ी राहत नहीं मिली है। आज भी राज्य के 22 लोगों की कोरोना से मौत दर्ज की गई हैं। सर्वाधिक मौतें राजधानी जयपुर में 8 मरीजों की हुई है। कुल 13 जिलों में मरीजों की मौत हुई है। हालांकि आज संक्रमण के आंकड़े स्थिर रहे। राज्य में 9771 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। एक दिन पहले 9480 नए मरीज मिले थे। वहीं संक्रमण दर कम होने से आज एक्टिव केस में कुछ कमी जरूर आई है। सोमवार को राज्य में 93502 एक्टिव केस थे और आज 92692 एक्टिव केस रहे हैं। वहीं 24 घंटों में 10559 मरीज ठीक हुए हैं।
किशोरों का टीकारण हुआ धीमा
राजस्थान में 31 जनवरी तक 100 फीसदी कोविड टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा महकमे को समय पर टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के निर्देश भी दिए हैं, लेकिन किशोरों में टीकाकरण की धीमी गति देखकर अगले सात दिनों में यह लक्ष्य पूरा होता नजर नहीं आ रहा। दरअसल 21 जनवरी तक 15 से अधिक आयुवर्ग के सभी लाभार्थियों को कोविड की पहली डोज 100 प्रतिशत लगाने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन अब पहली डोज भी शत—प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचने पर संकट दिखाई दे रहा है।
15 से 17 साल तक के 51 लाख लाभार्थी
राज्य में 15 से 17 साल तक के 51 लाख लाभार्थी हैं। हालांकि सभी आयुवर्ग के कुल लक्षित लाभार्थियों में से 94.6 प्रतिशत को पहली व 78 फीसद को दोनों डोज लगाई जा चुकी है। प्रिकॉशन डोज के लाभार्थियों की संख्या भी 5 लाख 25 हजार से ज्यादा हो चुकी है, लेकिन किशोरों के टीकाकरण में पिछले पांच दिनों में कमी देखी गई है।