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हजारों दवा नमूने लंबित तो क्या मरीज रिपोर्ट आने तक वो दवाएं खाते रहेंगे

locationजयपुरPublished: Feb 17, 2020 02:53:49 pm

Submitted by:

Vikas Jain

— सदन में उठा दवाओं के जांच नमूने लंबित रहने का मामला — अनीता भदेल ने कहा, सरकार नई जांच प्रयोगशालाओं को क्यों नहीं शुरू कर रही — चिकित्सा मंत्री का जवाब :: आपकी सरकार ने पांच साल अटकाए रखा, हम दो महीने में शुरू कर देंगे
 

हजारों दवा नमूने लंबित तो क्या मरीज रिपोर्ट आने तक वो दवाएं खाते रहेंगे

हजारों दवा नमूने लंबित तो क्या मरीज रिपोर्ट आने तक वो दवाएं खाते रहेंगे

जयपुर। प्रश्नकाल में सोमवार को भाजपा विधायक अनीता भदेल ने प्रदेश की दवा जांच प्रयोगशालाओं, दवा जांच के लंबित नमूनों सहित बजट घोषणाओं के बावजूद जोधपुर व उदयपुर में नई जांच प्रयोगशालाएं शुरू नहीं होने का मामला उठाया।
भदेल ने कहा कि बजट घोषणा के बावजूद कांग्रेस सरकार नई जांच प्रयोगशालाओं को क्यों शुरू नहीं कर पा रही। इस पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि नई प्रयोगशालाओं की घोषणा कांग्रेस सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में की थी, लेकिन भाजपा केवल भवन निर्माण ही कर पाई। भाजपा ने अपने अंतिम बजट में इन प्रयोगशालाओं को शुरू करने के लिए 14 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था। भाजपा पांच साल में इन्हें शुरू नहीं कर पाई, लेकिन अब कांग्रेस आगामी दो महीनों में इन्हें शुरू कर देगी।

चिकित्सा मंत्री ने अपने जवाब में बताया कि वर्तमान में एक जांच प्रयोगशाला जयपुर में है। जिसमें 7461 जांच नमूने इस समय लंबित है। उन्होंने बताया कि दो साल में लिए गए दवाओं के नमूनों में से 161 नमूने तय मानकों से भिन्न पाए गए। भदेल ने कहा कि कुल 8779 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 8061 के जांच नमूने अभी बकाया हैं। महज 718 नमूने जांचे गए हैं, जिनमें से भी 161 फैल हो गए हैं, फिर 76 प्रकरण ही दर्ज क्यों हुए और किस एक्ट में प्रकरण दर्ज हुए, सजा क्या दी गई। इस पर मंत्री ने बताया कि 13 प्रकरणों में एफआईआर दर्ज हुई और 14 प्रकरणों में निर्माता के लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की गई। 161 में से 27 फर्म राजस्थान की और शेष बाहर की हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दवा के इतने नमूने लंबित हैं और उनमें से कोई अमानक हैं तो क्या प्रदेश के लोग उन्हीें दवाइयों को लेते रहेंगे। प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि दवा बनाने वाली कंपनियां खुद ही दवा की जांच करवाकर बाजर में भेजती हैं, आशंका है कि नमूनों को पास करवाने के बाद वे अमानक दवा की दूसरी खैफ बाजार में भेज देती हो, इसलिए कानून को मजबूत करने की जरूरत है। इस पर चिकित्सा मंत्री ने कहा कि यह कानून भारत सरकार का बनाया हुआ है, इसे मजबूत करने के लिए भारत सरकार को लिखा जाएगा।
खफा हुए श्रीडूंगरगढ़ विधायक

प्रश्नकाल में डूंगरगढ़ विधायक गिरधारीलाल ने श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बेमौसम बरसात में खराब फसलों की गिरदावरी का मामला उठाया। मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर विधायक लगातार बोलने लगे तो अध्यक्ष सी.पी.जोशी ने उन्हें सिर्फ सवाल बोलने को कहा। इसके बाद भी वे बोलते रहे। अध्यक्ष ने उन्हें फटकार लगाई तो विधायक खफा हो गए और जोर जोर से बोलने लगे। अध्यक्ष ने अंकित नहीं करने के निर्देश दिए। बाद में विधायक बाहर चले गए और कुछ देर में वापस आ गए। इस बीच कुछ अन्य विधायकों ने उन्हें शांत रहने के लिए कहा।
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