इस बार विजया एकादशी 9 मार्च, मंगलवार यानि आज मनाई जा रही है. पंचांगों के अनुसार एकादशी तिथि का प्रारंभ 8 मार्च, सोमवार को ही हो चुका है. 8 मार्च को दोपहर 3:44 बजे से एकादशी तिथि प्रारंभ हो चुकी है, जोकि 9 मार्च को दोपहर 03:02 बजे तक रहेगी. उदया तिथि 9 मार्च को होने से एकादशी आज मानी गई है. विजया एकादशी व्रत और पूजन 9 मार्च को ही होगा.
ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि आज सुबह स्नान कर सूर्यदेव को जल अर्पित करें. तत्पश्चात भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत और पूजा का संकल्प लें. फिर विष्णुजी और लक्ष्मीजी की धूप, दीप, आदि से विधिवत पूजा करें. कथा का पाठ व श्रवण करें. शत्रुओं पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए आज श्रीराम की पूजा भी करें. द्वादशी पर ब्राह्ण या किसी जरूरतमंद को भोजन करवाकर व्रत का पारण कर दें.
विजया एकादशी व्रत कथा के अनुसार भगवान श्रीराम के लंका जाने में विशाल समुद्र बाधा बन गया. मुनि वकदालभ्य ने उन्हें बताया कि फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी को सेना सहित उपवास रखें. इस व्रत के प्रताप से समुद्र पार करने के साथ ही रावण पर विजय भी प्राप्त करेंगें. भगवान श्रीराम ने एकादशी व्रत रखा और बाद में सेतु बनाकर समुद्र को पार कर रावण का वध कर विजय प्राप्त की.